ऐसा कहने वाली वह होती कौन है?... पाक एक्ट्रेस Bushra Ansari को Javed Akhtar ने दिया करारा जवाब
भारत-पाक तनाव के बीच बुशरा अंसारी द्वारा जावेद अख्तर पर तीखा बयान काफी सुर्ख़ियों में रहा था. जिसमें उन्होंने कहा था कि जावेद साहब को नसीरुद्दीन शाह की तरह चुप रहना चाहिए। जिसके बाद अब जावेद अख्तर ने बुशरा अंसारी को करारा जवाब देते हुए कहा है कि आखिर वह ऐसा कहने वाली होती कौन है.;
हाल ही में प्रसिद्ध गीतकार और लेखक जावेद अख्तर ने पाकिस्तानी एक्ट्रेस बुशरा अंसारी की एक टिप्पणी पर तीखा जवाब दिया है. यह पूरा विवाद उस वक्त शुरू हुआ जब बुशरा ने गौरवशाली महाराष्ट्र महोत्सव के दौरान जावेद अख्तर द्वारा दिए गए एक भाषण पर प्रतिक्रिया दी. अपने भाषण में जावेद अख्तर ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की सख्त निंदा की थी, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई थी, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे.
इस जघन्य हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े एक संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी। भारत सरकार ने इस हमले के लिए पाकिस्तान पर सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया, हालांकि पाकिस्तान ने इन आरोपों से साफ इनकार किया. हमले के बाद इंडियन आर्म्ड फोर्सेज ने कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए. इन ठिकानों में बहावलपुर भी शामिल था, जो कि जैश-ए-मोहम्मद जैसे खतरनाक आतंकी संगठन का गढ़ माना जाता है.
क्या था बुशरा का बयान?
जावेद अख्तर के इस ऑपरेशन सिन्दूर के बाद, बुशरा अंसारी ने सोशल मीडिया पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जावेद को नसीरुद्दीन शाह की तरह चुप रहना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि इस तरह के बयानों से माहौल खराब होता है. इसके अलावा, उन्होंने यह भी दावा किया कि जावेद अख्तर जैसे मुसलमान कलाकार मुंबई जैसे शहर में किराए पर भी मकान नहीं ले सकते, जिससे यह हिंट देने की कोशिश की गई कि भारत में मुस्लिमों को सामाजिक भेदभाव का सामना करना पड़ता है. सिर्फ इतना ही नहीं बुशरा ने अपने बयान में कहा कि जावेद साहब को मरने में कुछ घंटे ही रह गए है.
जावेद साहब का पलटवार
अब लल्लनटॉप के साथ एक खास बातचीत में जब जावेद अख्तर से इस विवाद पर सवाल किया गया, तो उन्होंने शांत लेकिन दृढ़ लहजे में प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, 'एक मशहूर पाकिस्तानी टीवी अदाकारा बुशरा अंसारी हैं, जिन्होंने एक बार गुस्से में पूछा था कि मैं चुप क्यों नहीं रहता. उन्होंने कहा कि मुझे नसीरुद्दीन शाह की तरह चुप रहना चाहिए. लेकिन वह कौन होती हैं मुझे यह सुझाव देने वाली? मेरी 25 व्यक्तिगत समस्याएं हो सकती हैं, लेकिन जब बात देश की होती है, तो मैं सबसे पहले एक भारतीय हूं.'
हम आजकल पूठपाथ पर सोते हैं
बुशरा द्वारा उठाए गए किराए के मुद्दे पर जावेद अख्तर ने मजाकिया अंदाज़ में जवाब देते हुए कहा, 'हां, मैं और शबाना आज़मी आजकल फूटपाथ पर सोते हैं. उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि सच ये है कि करीब 25 साल पहले शबाना एक फ्लैट खरीदना चाहती थीं, लेकिन उन्हें यह कहकर मना कर दिया गया कि वे मुस्लिम हैं. ये वे लोग थे जिनके माता-पिता सिंध से थे और विभाजन के दौरान उन्हें भारत से बाहर कर दिया गया था. उनके दिलों में जो जख्म थे, वे अब इस तरह से सामने आए, लेकिन क्या उस समय की कड़वाहट के लिए आज के भारत को दोषी ठहराया जा सकता है? हमें यहां बहुत प्यार मिला है.'