तमिल दिग्गज एक्टर Delhi Ganesh का 80 साल की उम्र में निधन, 400 से अधिक फिल्मों में किया काम

दिल्ली में जन्मे दिल्ली गणेश एक अनुभवी तमिल एक्टर है जिनका 80 साल की उम्र में निधन हो गया. उनके बेटे ने सोशल मीडिया के जरिए निधन की पुष्टि की. उन्होंने 2021 में कमल हासन को अपना पसंदीदा को-एक्टर बताया. उन्होंने हासन के साथ ज्यादातर फिल्में की है.;

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Edited By :  रूपाली राय
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लगभग तीन दशकों तक तमिल सिनेमा के सभी सितारों के साथ काम करने वाले दिल्ली गणेश (Delhi Ganesh) का शनिवार रात 80 वर्ष की आयु में निधन हो गया. उनके बेटे महादेवन ने इंस्टाग्राम पर खबर पोस्ट करते हुए पुष्टि की कि यह खराब स्वास्थ्य के कारण हुआ. उनके बेटे ने एक इंस्टाग्राम स्टोरी के माध्यम से यह खबर दी, जिसमें कहा गया, 'हमें यह बताते हुए गहरा दुख हो रहा है कि हमारे पिता श्री दिल्ली गणेश का 9 नवंबर को रात 11 बजे के आसपास निधन हो गया है.

तमिल एक्टर जिन्होंने 'पट्टिना प्रवेशम' (1976) में जाने-माने निर्देशक के बालाचंदर के साथ अपना करियर शुरू किया था वह दिल्ली से थे (जैसा कि उनके नाम से पता चलता है) जहां वह एक थिएटर मंडली, साउथ इंडियन नाटक सभा के एक्टिव मेंबर सदस्य थे. बालाचंदर द्वारा 'डेल्ही गणेश' नाम से पॉपुलर एक्टर जिन्होंने एक दशक तक इंडियन एयर फाॅर्स में सर्विस दी उन्होंने अपने करियर के दौरान 400 से अधिक फिल्मों में काम किया। उन्हें आखिरी बार उलगनायगन कमल हासन की 'इंडियन 2' में देखा गया था.

कमल हासन के साथ किया सबसे ज्यादा काम

दिल्ली गणेश को कॉलीवुड में सबसे वर्सटाइल एक्टर में से एक माना जाता था और कमल हासन की अधिकांश फिल्मों में 'नयागन' से लेकर 'इंडियन 2' तक वह लीड रोल में थे. उन्होंने 2021 में द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के साथ एक इंटरव्यू में कहा कि वह थे वे खासतौर से उन सभी फिल्मों के शौकीन हैं जिनमें उन्होंने कमल हासन के साथ काम किया था क्योंकि उनसे उन्हें सबसे अधिक पहचान मिली. उन्होंने 'अव्वई शनमुघी', 'तेनाली', 'माइकल मदाना काम राजन' और 'अपूर्व सगोधरार्गल' जैसे फेमस करैक्टर से उन्हें पहचान मिली.

एक्टर्स को बहुत जगह देते

यह पूछे जाने पर कि उन्हें कमल के साथ काम करना क्यों पसंद है, उन्होंने कहा, 'कमल एक्टर्स को बहुत जगह देते हैं और वह आप पर भरोसा करते हैं. उसी से सारा फर्क पड़ता है.' उनकी कुछ सबसे प्रभावशाली भूमिकाएं 'सिंधु भैरवी' (1985), 'नायकन' (1987), 'अपूर्व सगोधरार्गल' (1989), 'माइकल मदाना काम राजन' (1990), 'आहा.. 'जैसी फिल्मों में थीं और तेनाली (2000) सहित उन्हें मलयालम, तेलुगु और हिंदी जैसी अन्य भाषाओं की फिल्मों में भी देखा गया था. उनके शानदार फिल्मी परफॉरमेंस के लिए 1979 में तमिलनाडु राज्य फिल्म अवार्ड से से सम्मानित किया गया. उन्हें 1994 में तमिलनाडु सरकार द्वारा कलईमामणि अवार्ड भी दिया गया.

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