Terence Lewis ने बताया क्यों करती थी Saroj Khan लोगों से बुरा बिहेवियर, इस एक्ट्रेस को पीटना चाहती थी मास्टरजी
टेरेंस लुईस ने एक नए इंटरव्यू में कहा कि महिला कोरियोग्राफर को मेल बेस्ड इंडस्ट्री में और भी ज्यादा मजबूत बनाना पड़ता है क्योंकि कि पुरुष वर्चस्व से इंडस्ट्री में महिलाओं को मार दिया जाता है. उन्होंने इस इंटरव्यू में दिवगंत कोरियोग्राफर सरोज खान के अग्रेसिव नेचर के बारें में बात की है.;
तीन बार नेशनल अवार्ड जीतने वाली दिवगंत कोरियोग्राफर सरोज खान (Saroj Khan) को बॉलीवुड फिल्मों में 'धक धक' और 'डोला रे' जैसे पॉपुलर सांग्स सहित 2,000 से ज़्यादा गानों की कोरियोग्राफी के लिए जाना जाता है. पिछले कुछ सालों में उनके कथित रूखे और अग्रेसिव नेचर को उजागर करने वाले कई किस्से सामने आए हैं. हाल ही में, एक और सेलिब्रिटी कोरियोग्राफर टेरेंस लुईस ने दिवंगत कोरियोग्राफर के अपमानजनक स्वभाव के पीछे की वजह शेयर की.
भारती सिंह और हर्ष लिंबाचिया के साथ उनके पॉडकास्ट भारती टीवी क्लिप्स पर बातचीत में टेरेंस ने कहा, 'जो लोग सवाल करते हैं कि वह गाली क्यों देती है या इतना बुरा व्यवहार क्यों करती है. उन्हें यह जानना चाहिए कि महिलाओं के लिए इस इंडस्ट्री में काम करना बेहद मुश्किल है. जहां पुरुषों का वर्चस्व है. वहीं उन्हें कठोर और मजबूत होना पड़ता है. इंडस्ट्री की निर्दयता उनके अंदर की महिलाओं को मार देती है. उन्हें इंडस्ट्री में टिके रहने के लिए उन्हें खुद को एक पुरुषों में बदलना पड़ता है.'
फीमेल पर्सनालिटी को हल्के में मत लो
उन्होंने आगे कहा, 'मुझे नहीं पता कि आपने गौर किया है या नहीं मेल कोरियोग्राफर फीमेल कोरियोग्राफरों की तुलना में शांत होते हैं. लेकिन कम्पेयर किया जाए तो वह पुरुषों की तुलना में ज़्यादा गाली-गलौज करती हैं. इस पर हर्ष लिंबाचिया ने तुरंत कहा, 'फराह मैम.' टेरेंस ने अपनी बातचीत जारी रखते हुए कहा, 'मैं आपको बताऊंगा कि ऐसा क्यों है, ऐसा इसलिए है क्योंकि उन्हें बार-बार यह साबित करना पड़ता है कि फीमेल पर्सनालिटी को हल्के में मत लो वह कुछ भी कर सकती हैं. उन्होंने कहा, 'हम पुरुषों को ऐसा ज़्यादा नहीं करना पड़ता. लेकिन एक महिला के तौर पर, आपको इस पुरुष-प्रधान इंडस्ट्री में ऐसा करना पड़ता है। यह दुखद बात है. लोगों ने महिलाओं को मार डाला है. यही कारण है कि वे पुरुषों की तरह व्यवहार करती हैं, चलती हैं और बोलती हैं.'
निरमाला से सरोज
सरोज खान ने तीन साल की उम्र में एक चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में अपना करियर शुरू किया और अपना नाम निरमाला से बदलकर सरोज रख लिया. 13 साल की उम्र में उन्होंने अपने गुरु बी सोहनलाल से शादी कर ली. जिनसे उनके तीन बच्चे हुए, जिनमें से एक का बचपन में निधन हो गया. जब उन्होंने अपने बच्चों को अपना नाम देने से इनकार कर दिया, तो उन्होंने एक पठान से शादी कर ली और उनसे एक बच्चा हुआ। आखिरकार, वह अपने काम के ज़रिए बॉलीवुड की 'मास्टरजी' बन गईं.
सोनाली बेंद्रे को मारने को तैयार थी सरोज
सरोज खान के साथ काम करने के अपने अनुभव को याद करते हुए सोनाली बेंद्रे ने एक बार मिड-डे से कहा था, 'मैंने इंग्लिश बाबू देसी मेम किया था, जिसमें सरोज खान मुझे मारने के लिए तैयार थीं क्योंकि मैं डांस नहीं कर सकती थी, और मैं एक बार डांसर का किरदार निभा रही थी. क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि वह किस दौर से गुज़र रही थीं? मैं संघर्ष कर रही थी.'इसी तरह, शाहरुख खान ने बताया कि कैसे उन्हें सरोज खान से उनका आइकॉनिक आर्म पोज़ मिला. लोकार्नो फिल्म फेस्टिवल में लाइव बातचीत के दौरान, शाहरुख खान ने इस स्टेप की शुरुआत को याद करते हुए कहा, 'मुझे याद है कि मैंने अपनी कोरियोग्राफर सरोज खान से कहा था, 'मैम, तैयार हो?' उन्होंने कहा, 'हां, लेकिन चूंकि आप डिप्स नहीं कर सकते, इसलिए आप बस वहीं खड़े रहें और अपनी बाहें फैलाएं. मैंने उनके लिए डिप्स किए और उन्होंने कहा, 'नहीं, नहीं, ऐसा मत करो. यह तुम पर अच्छा नहीं लगेगा.' इसलिए उन्होंने मुझे डिप्स नहीं करने दिए और मुझे अपनी बाहें फैलानी पड़ीं.'
बॉलीवुड की 'मास्टरजी'
सरोज खान ने तीन साल की उम्र में एक चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में अपना करियर शुरू किया और अपना नाम निरमाला से बदलकर सरोज रख लिया. 13 साल की उम्र में उन्होंने अपने गुरु बी सोहनलाल से शादी कर ली. जिनसे उनके तीन बच्चे हुए, जिनमें से एक का बचपन में निधन हो गया. जब उन्होंने अपने बच्चों को अपना नाम देने से इनकार कर दिया, तो उन्होंने एक पठान से शादी कर ली और उनसे एक बच्चा हुआ. आखिरकार, वह अपने काम के ज़रिए बॉलीवुड की 'मास्टरजी' बन गईं. जुलाई 2020 में कार्डियक अरेस्ट से सरोज खान का निधन हो गया