एक बार फिर Javed Akhtar ने की 'Animal' की आलोचना, कहा- अश्लीलता को नार्मलाइज्ड किया जा रहा है

हाल ही में एक इंटरव्यू में गीतकार-स्क्रीन राइटर जावेद अख्तर ने उन लोगों की आलोचना की. जिन्हें संदीप रेड्डी वांगा की फिल्म 'एनिमल' पसंद आई. उन्होंने कहा कि अगर 15 लोगों ने गलत मूल्यों वाली फिल्म बनाई है, अगर 10-12 लोगों ने अश्लील गाने बनाए हैं, तो यह कोई समस्या नहीं है. अगर 140 करोड़ की आबादी में 15 लोग विकृत हैं.;

( Image Source:  IMDB )
Edited By :  रूपाली राय
Updated On :

संदीप रेड्डी वांगा (Sandeep Reddy Vanga) की फिल्म 'एनिमल' (Animal) को 2023 में रिलीज होने पर गीतकार जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने काफी आलोचना की थी. सिर्फ जावेद ही नहीं, कई अन्य लोगों ने भी फिल्म की अत्यधिक वॉयलेंस और महिला विरोधी होने के लिए आलोचना की थी. जावेद ने पहले कहा था कि 'एनिमल' जैसी फिल्मों की सफलता एक खतरनाक ट्रेंड है. अब इस पर चर्चा थमने का नाम नहीं ले रही है.

वहीं इस साल की शुरुआत में गीतकार-स्क्रिप्ट राइटर जावेद अख्तर ने 'एनिमल' के सुपरहिट होने को एक खतरनाक’ ट्रेंड बताया था और अब, बरखा दत्त की मोजो स्टोरी के साथ हाल ही में एक इंटरव्यू में उनके बयान फिर से सामने आए. जहां उन्होंने स्पष्ट किया कि वह वास्तव में आज की दुनिया में दर्शकों और उनकी पसंद को चुनौती दे रहे थे.

कुछ लोग छोटे कदम उठाते हैं

जावेद से पूछा गया कि 'एनिमल' जैसी मायसोगिनिस्टिक फिल्मों के सफल होने से इंडस्ट्री में महिलाओं को दिखाने के तरीके में कितना बदलाव आया है. उन्होंने कहा, 'समाज एकरेखीय तरीके से नहीं चलते हैं. इतनी सारी चीज़ें एक साथ घटती रहती हैं. हालांकि जिस तरह कहानियों में कई सब प्लॉट होते हैं, उसी तरह हमें देखना होगा कि मुख्य थीम क्या है. ये सभी 'सब प्लॉट' हैं, कुछ अच्छे हैं, कुछ बुरे हैं. ऐसा नहीं है कि पूरा समाज एक साथ पूरी तरह बदल जाता है. कुछ लोग बहुत छोटे और झिझकते हुए कदम उठाते हैं, जबकि अन्य तेजी से कदम बढ़ाते हैं.'

140 करोड़ की आबादी में 15 लोग विकृत हैं

जब उनसे पूछा गया कि फिल्म 'एनिमल' सफल क्यों हुई, तो उन्होंने कहा, 'टाइटल से ही पता चल जाता है कि क्यों सफल हुई. टाइटल अपने आप में ही सब कुछ बयां कर देता है. फिर उन्होंने क्लियर किया कि उन्होंने 'एनिमल' पर अपनी राय नहीं व्यक्त की, बल्कि इसे पसंद करने वाले दर्शकों के बारे में बात की थी. गीतकार ने कहा, 'मैंने एनिमल पर अपनी राय व्यक्त नहीं की थी मैंने इसे देखने वाले दर्शकों के बारे में बात की थी. अगर 15 लोगों ने गलत मूल्यों वाली फिल्म बनाई है, अगर 10-12 लोगों ने अश्लील गाने बनाए हैं, तो यह कोई समस्या नहीं है. अगर 140 करोड़ की आबादी में 15 लोग विकृत हैं, तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. जब वह चीज बाजार में आती है और सुपरहिट हो जाती है, तो यही समस्या है.'

अश्लीलता हमेशा से अस्तित्व में थी

उन्होंने यह भी कहा कि अब समाज में अश्लीलता को नार्मललाइज़्ड किया जा रहा है. कुछ ऐसा जो सालों पहले अस्तित्व में नहीं था - 1920-30 के दशक में भी अश्लील गाने थे, लेकिन उन्हें घरों में नॉर्मली सुनने की इजाजत नहीं मिली। अश्लीलता का आविष्कार पिछले दस सालों में नहीं हुआ था, यह हमेशा से अस्तित्व में है. हालांकि इस तरह की अश्लीलता के लिए मिडिल क्लास में अक्सेप्टबिलिटी नहीं थी जो अब मौजूद है.' बहुत आलोचना झेलने के बावजूद, रणबीर कपूर की लीड रोल वाली यह फिल्म 2023 की सबसे बड़ी हिट साबित हुई. फिल्म की रिलीज के बाद इंडस्ट्री के कई लोगों ने फिल्म में फेमिनिज्म और टॉक्सिक मस्क्युलिनिटी के कंटेंट को संभालने के उनके तरीके पर निराशा व्यक्त की.

Similar News