'मर्द इस दर्द को सह नहीं पाते..'Janhvi kapoor का दावा अगर पुरुषों को होता पीरियड्स, तो छिड़ जाती nuclear war

जहान्वी ने कुछ पुरुषों के पीरियड्स को लेकर अपमानजनक सोच और रवैये पर बात करते हुए कहा, 'मैं आपको विश्वास दिलाती हूं, पुरुष इस दर्द और मूड स्विंग को एक मिनट भी बर्दाश्त नहीं कर पाएंगे.;

( Image Source:  Instagram : janhvikapoor )
Edited By :  रूपाली राय
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जहान्वी कपूर (Janhvi Kapoor) ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा कि कुछ पुरुष महिलाओं के पीरियड्स के दर्द को ठीक से नहीं समझते और उसे नज़रअंदाज़ कर देते हैं. जहान्वी का कहना है कि जब कोई लड़की इस दर्द से गुजरती है, तो उसका असर उसके मूड, शरीर और दिमाग पर भी पड़ता है.

उन्होंने यह भी कहा कि कुछ मर्द इस दर्द को महसूस नहीं कर सकते, इसलिए वे इसे हल्के में लेते हैं या मज़ाक बनाते हैं. जहान्वी ने आलोचना करते हुए कहा कि अगर यही दर्द मर्दों को होता, तो शायद वे इसे सह भी नहीं पाते. उनका मकसद यह समझाना था कि पीरियड्स का दर्द एक आम बात नहीं है और इसे समझने और सहानुभूति दिखाने की ज़रूरत है.

पीरियड्स का देते हैं हवाला 

हाउटरफ्लाई से बात करते हुए, जहान्वी ने बताया कि कई बार लोग महिलाओं के मूड स्विंग या उनकी फीलिंग को समझने के बजाय, पीरियड्स या 'महीने का वो दिन है' का हवाला देकर उनकी बातों को टाल देते हैं. उन्होंने कहा, 'अगर मैं किसी बात पर बहस कर रही हूं या अपनी राय रख रही हूं, और सामने वाला कह देता है, 'क्या ये महीने का वही समय है?', तो सच में, ऐसे लोगों को तो वहीं से निकल जाना चाहिए.'

हार्मोन लेवल बदलता है 

लेकिन जहान्वी ने ये भी कहा कि, 'अगर कोई सच में आपकी परवाह करता है और पूछता है, 'क्या तुम्हें एक मिनट चाहिए? क्या ये पीरियड्स का समय है?', तो हां, ज़्यादातर जरूरत उस एक मिनट की ज़रूरत होती है, क्योंकि हमारे हार्मोन का लेवल बहुत बदल जाता है, और जो दर्द हम झेलते हैं वो बहुत असली होता है. ऐसे में अगर कोई समझदारी और सहानुभूति से बात करे, तो वो हमेशा अच्छा लगता है.'

अगर मर्दों को पीरियड्स होता 

जहान्वी ने कुछ पुरुषों के पीरियड्स को लेकर अपमानजनक सोच और रवैये पर बात करते हुए कहा, 'मैं आपको विश्वास दिलाती हूं, पुरुष इस दर्द और मूड स्विंग को एक मिनट भी बर्दाश्त नहीं कर पाएंगे, पता नहीं कौन सा नुक्लेअर वॉर हो जाता अगर मर्दों को पीरियड्स होते. बता दें कि एक्ट्रेस के इस बयान से उन महिलाओं को काफी सपोर्ट मिला है जो पीरियड्स के दौरान दर्द बर्दाश्त करती हैं. 

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