तीसरे हफ़्ते में भी बरकरार Jolly LLB 3 का जलवा, कलेक्शन पहुंचा ₹100 करोड़ के पार
बुधवार को फिल्म की कुल ऑक्यूपेंसी 10.94% रही. सुबह के शो में 6.46%, दोपहर के शो में 10.79%, शाम के शो में 12.77% और रात के शो में सबसे अधिक 13.73% दर्शक मौजूद रहे. साफ़ है कि दर्शकों का जोश अभी भी बरकरार है.;
निर्देशक सुभाष कपूर की मचअवेटेड फिल्म 'जॉली एलएलबी 3' ने आखिरकार 19 सितंबर को सिनेमाघरों में दस्तक दे दी है. यह फिल्म भारत की सबसे लोकप्रिय कोर्टरूम कॉमेडी फ्रेंचाइज़ी की तीसरी किस्त है. फिल्म में अक्षय कुमार, अरशद वारसी और सौरभ शुक्ला अपनी-अपनी शानदार भूमिकाओं के साथ एक बार फिर दर्शकों के सामने हाज़िर हुए हैं. इस फिल्म को दर्शकों और क्रिटिक्स से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है. खासकर अक्षय और अरशद की कोर्टरूम के अंदर हुई नोकझोंक और डायलॉग्स की टक्कर ने लोगों का खूब एंटरटेन किया है.
वहीं, पहले दो पार्ट्स के लीड एक्टर्स का एक साथ आना दर्शकों के लिए नोस्टैल्जिया का अनुभव रहा. रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिल्म ने रिलीज़ के पहले ही दिन 12.5 करोड़ रुपये की मजबूत ओपनिंग की थी. पहले हफ्ते के अंत तक इसका कलेक्शन 74 करोड़ रुपये तक पहुंच गया था. अब, तीसरे हफ्ते में भी फिल्म ने अपनी पकड़ बनाए रखी है. सैकनिल्क के शुरुआती अनुमान बताते हैं कि 8 अक्टूबर (तीसरे बुधवार) को फिल्म ने 45 लाख रुपये की कमाई की. इसके साथ ही फिल्म की कुल कमाई अब 109.85 करोड़ रुपये हो चुकी है यानी फिल्म ने 100 करोड़ क्लब में शानदार एंट्री मार ली है.
कॉमेडी का बैलेंस्ड
बुधवार को फिल्म की कुल ऑक्यूपेंसी 10.94% रही. सुबह के शो में 6.46%, दोपहर के शो में 10.79%, शाम के शो में 12.77% और रात के शो में सबसे अधिक 13.73% दर्शक मौजूद रहे. साफ़ है कि दर्शकों का जोश अभी भी बरकरार है. 'जॉली एलएलबी 3' में एक बार फिर दो जॉली आमने-सामने हैं अक्षय कुमार हैं जगदीश्वर 'जॉली' मिश्रा के रूप में जबकि अरशद वारसी निभा रहे हैं जगदीश 'जॉली' त्यागी का किरदार. दोनों के बीच अदालत में जबरदस्त बहस होती है, जिसमें तर्क और कॉमेडी का बैलेंस्ड देखने को मिलता है. फिल्म में इनके साथ-साथ कई बेहतरीन कलाकार हैं- अमृता राव, हुमा कुरैशी और जज के तौर पर सौरभ शुक्ला ने एक बार फिर धमाल मचा दिया. गजराज राव, सीमा बिस्वास और अन्य कलाकार भी अपने-अपने किरदारों से कहानी में जान डालते हैं. फिल्म 2 घंटे 37 मिनट और 16 सेकंड की है. सीबीएफसी (सेंसर बोर्ड) ने मामूली कट्स के बाद इसे यू/ए 16+ सर्टिफिकेट दिया है, यानी यह फिल्म किशोर और एडल्ट दर्शकों के लिए सही है.
क्या है फिल्म की कहानी?
फिल्म की कहानी सामाजिक और भावनात्मक मुद्दों से जुड़ी है. जगदीश्वर मिश्रा (अक्षय कुमार) एक ऐसे वकील हैं जो आम जनता के अधिकारों की लड़ाई लड़ते हैं. इस बार वे एक ऐसे केस को उठाते हैं जिसमें एक बड़े राजनेता और एक गरीब किसान की विधवा महिला के बीच ज़मीन विवाद है. वहीं दूसरी तरफ जगदीश त्यागी (अरशद वारसी) हैं, जो विरोधी पक्ष का केस लड़ रहे हैं. कोर्टरूम में दोनों के बीच विचारों की भिड़ंत और मज़ेदार संवाद देखने लायक है. लेकिन जब कहानी आगे बढ़ती है, तो दोनों जॉली एक ऐसी सच्चाई से रूबरू होते हैं जो उनके सोचने का तरीका बदल देती है. कहानी के केंद्र में है जानकी, एक किसान की विधवा, जिसकी ज़मीन एक ताकतवर रियल एस्टेट कारोबारी ने अवैध रूप से कब्ज़ा ली है. वह न्याय के लिए लड़ रही है और यही संघर्ष फिल्म का इमोशनल पहलू बन जाता है.