'भारत में मेरी इमेज खराब की जा...' पीएम मोदी के ट्वीट पर Hania Aamir तोड़ी चुप्पी, बोली- यह सब झूठ
उन्होंने घटना से प्रभावित लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, 'यह एक बहुत ही सेंसटिव और कठिन समय है. हाल ही में हुई त्रासदी में जो निर्दोष लोग मारे गए और जिन परिवारों को नुकसान पहुंचा, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदना है.;
पाकिस्तानी एक्ट्रेस हानिया आमिर (Hania Aamir) हाल ही में उस विवाद के केंद्र में आ गईं जब पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद उनका इंस्टाग्राम अकाउंट भारत में ब्लॉक कर दिया गया. इसी के साथ सोशल मीडिया पर उनके नाम से एक कंट्रोवर्शियल बयान भी वायरल हो गया, जिसमें यह दावा किया गया कि हानिया ने भारत में पाकिस्तानी कलाकारों पर लगाए गए बैन पर आपत्ति जताई है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की है.
हालांकि, अब एक्ट्रेस ने इस पूरे मामले पर चुप्पी तोड़ते हुए एक स्पष्ट और इमोशनल बयान जारी किया है. उन्होंने इस वायरल पोस्ट को पूरी तरह फर्जी और मनगढ़ंत बताया है और कहा है कि इसमें उनके विचारों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है. अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट (जो भारत में अब प्रतिबंधित है) पर दिए गए बयान में हानिया ने लिखा, 'हाल ही में, मेरे नाम से एक बयान सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है जो कि पूरी तरह झूठा और मिसलीड है. मैं यह स्पष्ट करना चाहती हूं कि मैंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है. जो शब्द मुझसे जोड़े जा रहे हैं, मैं न तो उनका सपोर्ट करती हूं और न ही वे मेरी सोच को दर्शाते हैं. यह एक पूरी तरह से गढ़ी गई कहानी है जो मेरी इमेज और विचारधारा को गलत तरीके से पेश करती है.'
यह बहुत ही कठिन समय है
आगे उन्होंने घटना से प्रभावित लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, 'यह एक बहुत ही सेंसटिव और कठिन समय है. हाल ही में हुई त्रासदी में जो निर्दोष लोग मारे गए और जिन परिवारों को नुकसान पहुंचा, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदना है. इस तरह के दर्द को सहानुभूति की ज़रूरत है, राजनीति की नहीं.' हानिया ने यह भी कहा कि ऐसी घटनाओं के बाद अक्सर भावनाएं उफान पर होती हैं, लेकिन किसी पूरे देश या उसकी जनता को चरमपंथियों की हरकतों के लिए दोष देना न्यायसंगत नहीं है.
इंडिया में बैन हुआ अकाउंट
एक्ट्रेस ने आगे कहा, 'हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि कुछ चरमपंथियों की हिंसक गतिविधियां किसी पूरे देश या उसकी आबादी का रिप्रेजेंट नहीं करती. बिना किसी प्रमाण के दोष देना केवल और अधिक विभाजन को जन्म देता है और उन वास्तविक जरूरतों जैसे काइंडनेस, जस्टिस और शांति से ध्यान भटका देता है, जो ऐसे समय में सबसे आवश्यक होती हैं.' हालांकि भारत में उनका इंस्टाग्राम अकाउंट अब इंडिया में बैन है, लेकिन उनका यह बयान वर्चुअल स्पेस में काफी शेयर किया जा रहा है और लोगों को सच्चाई से अवगत करवा रहा है.