छोटे से कमरे में किया गुजारा, कभी क्लब में बेची शराब, Varun Dhawan की लाइफ नहीं थी ग्लैमरस

वरुण धवन आज के दौर के उन चुनिंदा एक्टर्स में से हैं, जिन्होंने न सिर्फ़ अपने डांस और चार्म से बल्कि अपनी एक्टिंग से भी दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई है. वरुण की एक्टिंग में एक ऐसी सादगी और सच्चाई है जो सीधे दिल को छू जाती है. चाहे वो एक चुलबुला रोमांटिक हीरो हो या एक गंभीर टूटा हुआ किरदार.;

( Image Source:  Instagram- varundvn )
Edited By :  हेमा पंत
Updated On : 24 April 2025 6:00 AM IST

वरुण धवन एक ऐसा नाम जो सिर्फ बॉलीवुड की चमक-दमक तक सीमित नहीं है, बल्कि मेहनत, सादगी और दिल से जुड़े जज़्बातों की मिसाल भी है. वह स्टार किड ज़रूर हैं, लेकिन उन्होंने अपनी पहचान खुद बनाई है. हर रोल में वो खुद को पूरी तरह झोंक देते हैं. ‘बदलापुर’ में उनका इंटेस रूप हो या ‘अक्टूबर’ में उनकी खामोश और सेंसेटिव एक्टिंग, वरुण ने हर बार ये साबित किया है कि वो सिर्फ़ स्टार नहीं, एक बेहतरीन कलाकार भी हैं.

वरुण ना सिर्फ़ पर्दे पर अपने जोश और एनर्जी से दिल जीतते हैं, बल्कि असल ज़िंदगी में भी उनके बचपन के स्ट्रग्ल, परिवार के प्रति प्यार और रिश्तों के लिए इज़्ज़त उन्हें औरों से अलग बनाती है.

छोटे से कमरे में गुजरा बचपन

वरुण जब अपने बचपन की यादों को याद करते हैं, तो उनकी आवाज़ में एक सुकून और अपनापन साफ़ महसूस होता है. उन्होंने बताया कि 'हमारा परिवार उस वक़्त एक छोटे से कमरे में रहते थे. मैं और मेरा भाई करीब 7-8 साल की उम्र तक एक ही कमरे में रहते थे. मुझे तो आदत हो गई थी अपने भाई के हाथ पर सिर रखकर सोने की.'

जब बेची शराब 

वरुण की ज़िंदगी हमेशा से ग्लैमर्स नहीं थी. एक्टर ने अपनी पढ़ाई नॉटिंघम यूनिवर्सिटी से की. बाहर से दिखने वाली इस चमकदार दुनिया के पीछे एक ऐसा लड़का था जिसने लंदन के नाइटक्लब में शराब बेची, कॉलेज में पैंप्लेट बांटे. बस इसलिए ताकि अपने पैरों पर खड़ा हो सके.

भाई ढाल बनकर खड़ा रहा

वरुण ने बताया था कि 'मेरा बड़ा भाई हमेशा मेरी ढाल बनकर खड़ा रहा. उसने मुझे हर चीज़ से इतना बचाकर रखा कि कई बार मुझे समझ ही नहीं आता था कि दुनिया में डर या कमी नाम की भी कोई चीज़ है. फिर वह हंसते हुए बोले मैं ऑटो में घूमता था और खुद को राजा समझता था.'

पिता ने नहीं किया लॉन्च

वरुण धवन के पिता डेविड धवन बॉलीवुड के सबसे बड़े डायरेक्टर्स में से एक है. इसके बावजूद उन्होंने अपने बेटे को इंडस्ट्री में लॉन्च नहीं किया. वह चाहते थे कि वरुण अपनी मेहनत से काम ढूंढे. इसके बाद करण जौहर की नजर वरूण पर पड़ी और उन्होंने स्टूडेंट ऑफ द ईयर में एक्टर को कास्ट किया.

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