Girija Oak ने तलाक पर तोड़ी चुप्पी, कई बार आए पैनिक अटैक; ऐसे मिला सुहरूद गोडबोले का साथ
तलाक के उस दौर को याद करते हुए गिरिजा ने बताया, 'उस समय मैं स्कूल में थी और एग्जाम का भी दबाव था. घर में इतनी उथल-पुथल चल रही थी कि सब कुछ बहुत मुश्किल लगता था. मुझे समझ नहीं आता था कि क्या करूं.;
नेशनल क्रश के नाम से मशहूर एक्ट्रेस गिरिजा ओक (Girija Oak) इन दिनों सोशल मीडिया पर बहुत चर्चा में हैं. उनकी साड़ियों का शानदार कलेक्शन हो या समुद्र तट पर किया गया खूबसूरत फोटोशूट, सब कुछ इंटरनेट पर वायरल हो रहा है. लोग उनकी सादगी और सुंदरता के दीवाने हो गए हैं. लेकिन हाल ही में गिरिजा ने अपनी निजी जिंदगी के बारे में खुलकर बात की है, जो बहुतों के लिए प्रेरणा बन सकती है. हाल ही में हॉटरफ्लाई चैनल को दिए एक इंटरव्यू में गिरिजा ओक ने पहली बार अपने मेंटल हेल्थ और परिवार की कुछ पर्सनल बातें शेयर की. उन्होंने बताया कि कैसे उनके माता-पिता के अलग होने ने उनकी जिंदगी पर गहरा असर डाला और उन्हें पैनिक अटैक का सामना करना पड़ा.
गिरिजा के पिता डॉ. गिरीश ओक मराठी फिल्मों और थिएटर के एक बहुत फेमस एक्टर हैं. उनकी मां पद्मश्री फाटक एक फार्मासिस्ट हैं. गिरिजा ने बताया कि उनके माता-पिता का विवाह कुछ सालों बाद खत्म हो गया और तलाक हो गया. उस समय गिरिजा काफी छोटी थी. उन्होंने कहा, 'मैं जानती थी कि मम्मी-पापा के बीच कुछ मतभेद हैं. धीरे-धीरे झगड़े बढ़ते गए और फिर उन्होंने अलग होने का फैसला कर लिया. मैं शुरू से ही इन सब चीजों से बहुत परेशान रहती थी. घर का माहौल तनावपूर्ण था और मैं अंदर से बहुत दुखी रहती थी.'
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अचानक आते थे पैनिक अटैक
तलाक के उस दौर को याद करते हुए गिरिजा ने बताया, 'उस समय मैं स्कूल में थी और एग्जाम का भी दबाव था. घर में इतनी उथल-पुथल चल रही थी कि सब कुछ बहुत मुश्किल लगता था. मुझे समझ नहीं आता था कि क्या करूं. अचानक पसीना छूटना, बेचैनी होना, सांस फूलना ऐसे पैनिक अटैक आने लगे. ये कभी भी हो सकता था, जैसे बस में ट्रेवल करते समय, कॉलेज में, लैब में प्रैक्टिकल के दौरान या कहीं भी. मैं कई सालों तक इस तनाव में जीती रही, लेकिन मुझे पता ही नहीं था कि ये इतना गंभीर है.'
लंबे समय से दबी हुई फीलिंग्स
गिरिजा ने आगे बताया, 'एक दिन मैं डॉक्टर के पास गई डॉक्टर ने मुझसे कहा कि मुझे अपनी भावनाओं को बाहर निकालने की जरूरत है. तभी मुझे एहसास हुआ कि मैं लंबे समय से दबी हुई फीलिंग्स को सहन कर रही हूं. मैंने थेरेपी शुरू की और मेडिटेशन भी करना सीखा. मैंने कभी अपने माता-पिता के तलाक के बारे में किसी से खुलकर बात नहीं की थी, क्योंकि मुझे पता ही नहीं था कि क्या कहूं. तलाकशुदा माता-पिता की बेटी होने का एक तरह का बोझ हमेशा महसूस होता था. मैं छोटी थी, शादी नहीं हुई थी, लेकिन मैंने सोच लिया था कि अपनी शादी को मैं हर हाल में लंबा चलाऊंगी. इस वजह से मैं रिश्तों को बहुत सावधानी से देखती थी.'
पति का मिला खूबसूरत साथ
सौभाग्य से गिरिजा की जिंदगी में उनके पति सुहरूद गोडबोले आए, जो एक फिल्म प्रोड्यूसर हैं. गिरिजा कहती हैं, 'सुहरूद बहुत अच्छे इंसान हैं. हम हर बात खुलकर करते हैं अच्छी हो या बुरी. हम एक-दूसरे को पूरी तरह समझते हैं. उनके साथ आने से मुझे बहुत सुकून मिला.' गिरिजा का मानना है कि मेंटल हेल्थ को सबसे ऊपर रखना चाहिए और सही जीवनसाथी चुनना बहुत जरूरी है.' गिरिजा ओक ने मराठी टीवी शो, फिल्मों और थिएटर में लंबे समय तक काम किया है. इसके बाद उन्होंने बॉलीवुड में भी कदम रखा. आमिर खान की फिल्म 'तारे जमीन पर' में उनकी भूमिका को बहुत सराहा गया. हाल ही में शाहरुख खान की ब्लॉकबस्टर 'जवान' में भी उन्होंने महत्वपूर्ण रोल निभाया. उनकी मेहनत और प्रतिभा ने उन्हें आज इस मुकाम तक पहुंचाया है.