Ujjwal Nikam की बायोपिक में बड़ा ट्विस्ट, Aamir Khan आउट, Rajkummar Rao इन
उज्ज्वल निकम भारत के मशहूर सरकारी वकील हैं और उन्होंने कई हाई-प्रोफाइल मर्डर और आतंकवाद से जुड़े मामलों में काम किया है.;
राजकुमार राव अपनी आने वाली रोमांटिक कॉमेडी फिल्म ‘भूल चूक माफ़’ के लिए तैयार हैं, जिसमें उनके साथ वामिका गब्बी नजर आएंगी. यह फिल्म 9 मई को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है. इसी बीच खबर है कि राजकुमार राव एक बायोपिक में मशहूर सरकारी वकील उज्ज्वल निकम का किरदार निभाने को लेकर चर्चा में हैं. बताया जा रहा है कि ये बात तब सामने आई जब आमिर खान ने इस फिल्म में मुख्य भूमिका न निभाने का फैसला किया.
मिड-डे की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है, 'दिनेश चाहते हैं कि राजकुमार राव उज्ज्वल निकम का किरदार निभाएं. राजकुमार इस रोल में जिस तरह की गंभीरता और डाइवर्सिटी ला सकते हैं, वो बहुत खास है. शुरुआती बातचीत अच्छी रही है, लेकिन फिलहाल राजकुमार विक्रमादित्य मोटवानी की अगली फिल्म की तैयारियों में बिजी हैं. इस फिल्म में वो एक खिलाड़ी का किरदार निभा रहे हैं, जिसके लिए उन्हें फिजिकली और मेंटली तौर पर हार्ड वर्क करना पड़ रहा है. इसलिए अब डेट्स को लेकर काम करना होगा.
कोर्टरूम ड्रामा होगी फिल्म
सूत्र ने आगे कहा, 'यह फिल्म शुरू से ही एक राजनीतिक रंग लिए कोर्टरूम ड्रामा बनने वाली थी, लेकिन अब मेकर्स इसकी कहानी को और गंभीर और ज़मीन से जुड़ा रूप देने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि अगर राजकुमार राव इसमें शामिल हों, तो वह उनकी एक्टिंग स्टाइल के हिसाब से फिट बैठे.
आमिर खान होते इस फिल्म में
इससे पहले पिंकविला की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि आमिर खान को कोरोना महामारी से पहले उज्ज्वल निकम की कहानी के बारे में बताया गया था, और तभी से वह इस प्रोजेक्ट में दिलचस्पी दिखा रहे थे. इस फिल्म की स्क्रिप्ट के कई ड्राफ्ट तैयार किए जा चुके हैं, जो अलग-अलग प्रोड्यूसर्स के साथ मिलकर लिखे गए. रिपोर्ट के मुताबिक, आमिर इस फिल्म में खुद एक्टिंग करने वाले थे, लेकिन अब उन्होंने फैसला किया है कि वो फिलहाल सिर्फ एक प्रोड्यूसर के तौर पर ही इस प्रोजेक्ट से जुड़े रहेंगे. वहीं, दिनेश विजान के साथ उनका यह कोलैब्रेशन है.
कौन हैं उज्ज्वल निकम?
उज्ज्वल निकम भारत के मशहूर सरकारी वकील हैं और उन्होंने कई हाई-प्रोफाइल मर्डर और आतंकवाद से जुड़े मामलों में काम किया है. उन्होंने 1993 के बॉम्बे ब्लास्ट, प्रमोद महाजन केस, 2008 के मुंबई हमलों और गुलशन कुमार मर्डर केस जैसे मामलों में प्रॉसिक्यूशन की भूमिका निभाई है. इसके अलावा, वो 2013 के मुंबई गैंगरेप और 2016 के कोपर्डी रेप व मर्डर केस में भी सरकारी वकील थे. साल 2016 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री सम्मान से नवाज़ा था.