Cannes 2025 में सजी 'अरण्येर दिन रात्रि', रेड कार्पेट पर एक साथ दिखी Simi Garewal और Sharmila Tagore

वेस एंडरसन ने इस फिल्म को 'एक अनमोल रत्न' कहा. उन्होंने बताया कि यह फिल्म आधुनिक जीवन, मन के उलझाव और समाज के अलग-अलग वर्गों के बीच टकराव को बहुत खास तरीके से दिखाती है.वेस का कहना था कि सत्यजीत रे ने उन विषयों को बहुत गहराई से दिखाया है.;

( Image Source:  X )
Edited By :  रूपाली राय
Updated On :

कांस फिल्म फेस्टिवल के 78वें एडिशन में उस पल को खास बना दिया, जब भारतीय सिनेमा की दो दिग्गज स्टार — शर्मिला टैगोर और सिमी ग्रेवाल — सत्यजीत रे की टाइमलेस फिल्म 'अरण्येर दिन रात्रि' की मचवेटेड स्क्रीनिंग में सम्मिलित हुईं. इस ऐतिहासिक फिल्म का अपडेटेड  4K एडिशन, जिसे अंग्रेजी में "Days and Nights in the Forest" के नाम से जाना जाता है, इस बार के कान क्लासिक्स खंड की शान बना. जाने माने फिल्म निर्देशक वेस एंडरसन, जो सत्यजीत रे की फिल्मों के बहुत बड़े फैन हैं, उन्होंने 'अरण्येर दिन रात्रि' की स्क्रीनिंग से पहले फिल्म का इंट्रो दिया. यह पल भारतीय और दुनिया भर के फिल्म लवर्स के लिए बहुत खास था.

वेस एंडरसन ने इस फिल्म को 'एक अनमोल रत्न' कहा. उन्होंने बताया कि यह फिल्म आधुनिक जीवन, मन के उलझाव और समाज के अलग-अलग वर्गों के बीच टकराव को बहुत खास तरीके से दिखाती है.वेस का कहना था कि सत्यजीत रे ने उन विषयों को बहुत गहराई से दिखाया है, जिन पर आमतौर पर सिर्फ विदेशी फिल्में बनती थीं, जैसे समाज में ऊँच-नीच, पुरुष और महिला के बीच फर्क, और इंसान का स्वार्थ. लेकिन रे ने इन सबको अपने अलग और सोचने पर मजबूर कर देने वाले अंदाज़ में पेश किया. 

इंटरनेशनल मंच पर नई पहचान

फिल्म को एल’इमेजिन रिट्रोवाटा में फिल्म फाउंडेशन के वर्ल्ड सिनेमा प्रोजेक्ट के कोलैब से रिस्टोर किया गया, जिसमें फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन, जेनस फिल्म्स और क्राइटेरियन कलेक्शन ने सक्रिय भागीदारी की. इस पहल के लिए फंडिंग गोल्डन ग्लोब फाउंडेशन द्वारा की गई, जिसने भारतीय फिल्म धरोहर को इंटरनेशनल मंच पर नई पहचान दिलाने में अहम योगदान दिया. 

खास अंदाज में दिखी सिम्मी-शर्मिला

रेड कार्पेट पर शर्मिला टैगोर बहुत ही खूबसूरत और गरिमामय अंदाज़ में हरे रंग की साड़ी पहनकर नजर आईं. उनके साथ उनकी बेटी सबा अली खान थीं, जो एक ज्वेलरी डिज़ाइनर हैं. सबा ने येलो कलर का सूट पहना था. वहीं, सिमी ग्रेवाल भी अपने खास अंदाज़ में दिखीं. उन्होंने वाइट कलर का सुंदर गाउन पहना था, जिसे भारतीय फैशन ब्रांड कार्लेओ ने डिज़ाइन किया था. 

चार दोस्तों की कहानी है - 'अरण्येर दिन रात्रि'

1970 में बनी 'अरण्येर दिन रात्रि' चार शहरी मित्रों की कहानी कहती है, जो जीवन की भागदौड़ से दूर पलामू (अब झारखंड) के घने जंगलों में छुट्टियां मनाने जाते हैं. लेकिन यह यात्रा केवल नेचर के करीब जाने तक सीमित नहीं रहती, बल्कि यह एक गहन आत्म-खोज में तब्दील हो जाती है. फिल्म में शहरी, बौद्धिक और रहस्यमय अपर्णा की भूमिका में शर्मिला टैगोर हैं, जबकि सिमी ग्रेवाल ने संथाल आदिवासी लड़की 'दुली' का किरदार निभाया है. दोनों भूमिकाएं अपने-अपने ढंग से फेमिनिन सेंसिबिलिटी, इंटेलिजेंस और ढेर सारे अनुभवों की परतें खोलती हैं.

सच्ची और अच्छी कला कभी पुरानी नहीं होती

यह फिल्म मशहूर राइटर सुनील गंगोपाध्याय के इसी नाम के नॉवेल पर बेस्ड है. इसमें सौमित्र चटर्जी, सुभेंदु चटर्जी, समित भांजा, रॉबी घोष और अपर्णा सेन जैसे बंगाली सिनेमा के महान कलाकारों ने काम किया है, जिससे यह फिल्म आज भी उतनी ही खास लगती है. कुल मिलाकर, यह सिर्फ एक फिल्म दिखाने का मौका नहीं था, बल्कि यह भारतीय सिनेमा की परंपरा और कला को दुनिया के सामने गर्व से पेश करने का एक शानदार मौका था. यह पल यह दिखाता है कि सच्ची और अच्छी कला कभी पुरानी नहीं होती — वह समय और सीमाओं से आगे जाकर लोगों के दिलों को छूती है. 

Similar News