Anupam Kher ने बॉलीवुड के निराशाजनक बॉक्स-ऑफिस पर की बात, कहा- क्वालिटी में सुधार करना होगा

अनुपम खेर ने 2024 में बॉलीवुड के खराब परफॉरमेंस के पीछे का कारण बताया और क्या ओटीटी कलाकारों के लिए एक सेफ प्लेटफार्म बन रहा है. हालांकि उन्होंने कहा है कि हिंदी सिनेमा अभी भी कहानियां कहने में स्ट्रगलिंग कर रहा है.;

( Image Source:  Instagram : anupampkher )
Edited By :  रूपाली राय
Updated On : 23 Nov 2024 1:13 PM IST

साल 2024 हिंदी फिल्मों के लिए बॉक्स ऑफिस पर थोड़ा निराशाजनक रहा है. कुछ सफलताओं को छोड़कर ज्यादातर फिल्में अच्छा परफॉरमेंस करने में असफल रहीं. दिग्गज एक्टर अनुपम खेर (Anupam Kher) जिन्होंने इस साल इंडस्ट्री में 40 साल पूरे किए और हाल ही में ओटीटी फिल्म 'विजय 69' (Vijay 69) में नजर आए जिसके लिए उन्हें तारीफें मिली.

वह कहते हैं, 'थिएटर जाना एक ऐसी सैर है जो एक व्यक्ति अपने परिवार के साथ करता है, इसलिए आपको सिनेमा की क्वालिटी में सुधार करना होगा क्योंकि आप स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म और दुनिया में एंटरटेनमेंट के लाखों सोर्स के साथ कॉम्पिटिट कर रहे हैं. हम अपना लेवल क्यों नहीं बढ़ाते?.' एक्टर कहते हैं कि इस समय इंडस्ट्री के लिए सबसे बड़ा चैलेंज कहानी सुनाना है. भारत इतना बड़ा देश है, और हम अपनी कहानियां नहीं बता रहे हैं. हिंदी सिनेमा अभी भी उन कहानियों को बताने के लिए स्ट्रगल कर रहा है जो हमारी लैंड से हैं. ज्यादातर कहानियां आपको महसूस होती हैं कि आपने इसे कहीं न कहीं देखा है, कभी-कभी तो ये सीन पहले से ही अन्य फिल्मों में देखे जाते हैं. खुद को नया रूप देने का सबसे अच्छा तरीका पीछे मुड़कर देखना और अंदर देखना है.'

थिएटर एक रिस्क भरा ऑप्शन

उनसे पूछें जाने पर क्या ओटीटी एक सेफ प्लेटफार्म बन गया है क्योंकि थिएटर एक रिस्क भरा ऑप्शन साबित हो रहा है?.' जिसके जवाब में अनुपम कहते हैं, 'मैं अब 40 सालों से फिल्मों में हूं. हर बार हमने थिएटर के अच्छा परफॉर्म नहीं करने के लिए किसी चीज के बढ़ने को जिम्मेदार ठहराया. लेकिन सिनेमा अभी भी चल रहा है. जब वीएचएस आया या टीवी कमर्सिअल हो गया, तो लोगों को लगा कि फिल्में खत्म हो जाएंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. ओटीटी के साथ भी यही हुआ लेकिन ओटीटी ने जो किया है वह यह है कि इसने बहुत से लोगों के लिए नौकरियां पैदा की हैं और कंटेंट की क्वालिटी में सुधार किया है.'

'विजय 69' ऑरिजनल स्क्रिप्ट है

अपनी न्यू रिलीज फिल्म का उदाहरण देते हुए अनुपम ने जोर देकर कहा, 'जो बात 'विजय 69' को अलग बनाती है वह यह है कि यह पूरी तरह से ऑरिजनल स्क्रिप्ट है. कहीं पे भी पहले कुछ नहीं देखा है. इसमें कोई बेवजह की हाई स्पीड शॉट या स्लो-मॉस नहीं है. यह एक ह्यूमन स्टोरी के बारे में है.' उन्होंने आगे कहा, 'हिंदी सिनेमा को कई भाषाओं के दर्शकों को भी पूरा करना है. चाहे वह मलयालम, तेलुगु या गुजराती हो लेकिन अब समय आ गया है कि हम ऐसी कहानियां लिखें जहां लोग कहें 'हां, हम थिएटर जाना चाहते हैं और यह फिल्म देखना चाहते हैं.'

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