प्रेमानंद महाराज के लिए एकजुट हुआ देश! Ajaz Khan, Raj Kundara समेत यूपी-एमपी से भी लोग डोनेट करना चाहते हैं किडनी
प्रेमानंद महाराज की बीमारी ने पूरे देश में मानवता और धार्मिक एकता का अद्भुत उदाहरण पेश किया है. हिंदू, मुस्लिम, हर धर्म के लोग एक स्वर में उनकी लंबी उम्र की कामना कर रहे हैं. एजाज खान जैसे कलाकारों से लेकर आम लोग तक, सबकी यही दुआ है कि यह संत, जिसने हमेशा प्रेम, शांति और एकता का संदेश दिया लंबे समय तक स्वस्थ रहें और लोगों को प्रेरित करते रहें.;
वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज इन दिनों अपनी खराब तबीयत को लेकर चर्चा में हैं. हाल ही में उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसमें वे बहुत कमजोर नजर आ रहे थे. वीडियो में उनका चेहरा सूजा हुआ था, आंखें लाल थीं और बाल बिखरे हुए थे. उसी वीडियो में महाराज जी ने भावुक होकर कहा था कि उनकी दोनों किडनियां अब पूरी तरह फेल हो चुकी हैं और डॉक्टरों ने भी अब उम्मीद छोड़ दी है. इसके बावजूद उन्होंने कहा कि वे ईश्वर की भक्ति में लीन हैं और अब जो कुछ भी है, वह भगवान की मर्जी से है. इस मुश्किल घड़ी में टीवी एक्टर और रियलिटी शो स्टार एजाज खान ने एक बड़ा बयान देकर सबका ध्यान खींचा है.
एजाज खान ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा, 'अस्सलाम अलैकुम दोस्तों… प्रेमानंद महाराज जी एक ऐसी शख्सियत हैं जिन्होंने कभी किसी धर्म के खिलाफ कुछ नहीं कहा, किसी को नहीं भड़काया. मैं उनसे बहुत प्रभावित हूं अगर मेरी किडनी उनसे मैच हो जाए, तो मैं उन्हें अपनी एक किडनी देना चाहता हूं.' एजाज खान ने आगे कहा कि वह महाराज जी के दीर्घ जीवन और अच्छे स्वास्थ्य के लिए दुआ कर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'मेरी दिली तमन्ना है कि महाराज जी सौ साल तक जिएं और इंसानियत के लिए काम करते रहें. मैं जल्द ही उनसे मिलने वृंदावन जरूर जाऊंगा.' एजाज का यह वीडियो वायरल हो गया है और हजारों लोग उन्हें समर्थन दे रहे हैं. कई लोगों ने तो कमेंट सेक्शन में खुद भी किडनी दान करने की इच्छा जताई है.
कई हस्तियों ने जताई थी चिंता
कुछ दिन पहले बॉलीवुड एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा भी वृंदावन जाकर प्रेमानंद महाराज से मिले थे. उस दौरान महाराज जी ने बताया था कि उनकी किडनी की बीमारी पिछले 10 सालों से चल रही है, लेकिन वे अब भी पूरी श्रद्धा और भक्ति से जीवन जी रहे हैं. यह सुनकर राज कुंद्रा भावुक हो गए थे और बोले, 'अगर मैं किसी तरह मदद कर सकूं, तो मेरी एक किडनी आपके लिए हाजिर है.' लेकिन महाराज जी ने मुस्कुराते हुए मना कर दिया और कहा, 'आपका प्रेम और भाव ही मेरे लिए सबसे बड़ी सहायता है आप बस खुश रहें.'
यूपी से लेकर एमपी तक हिंदू-मुस्लिम एकता का संदेश
प्रेमानंद महाराज की बीमारी ने सिर्फ हिंदू श्रद्धालुओं को ही नहीं, बल्कि मुस्लिम समुदाय के लोगों को भी भावुक कर दिया है. मध्य प्रदेश के इटारसी के मुस्लिम युवक आरिफ चिश्ती ने तो जिले के कलेक्टर को पत्र लिखकर प्रेमानंद महाराज को अपनी एक किडनी देने की पेशकश की थी. आरिफ ने अपने पत्र में लिखा कि महाराज जी धर्मों की एकता का प्रतीक हैं और वे समाज को प्रेम और सद्भाव का संदेश देते हैं. इसी तरह, नरसिंहपुर की मेहनाज खान, जो 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान' की ब्रांड एंबेसडर हैं, उन्होंने भी अगस्त महीने में प्रेमानंद महाराज को किडनी दान करने की इच्छा जताई थी. मेहनाज ने कहा था, 'प्रेमानंद महाराज किसी एक धर्म के नहीं, बल्कि पूरे समाज के मार्गदर्शक हैं. उनके जीवन की रक्षा के लिए मैं कुछ भी कर सकती हूं.'
प्रयागराज के युवक ने मदीना में की दुआ
कुछ समय पहले प्रयागराज के एक मुस्लिम युवक सूफियान का वीडियो वायरल हुआ था. उस वीडियो में वह मदीना में बैठे हुए अल्लाह से प्रेमानंद महाराज की सेहत और लंबी उम्र की दुआ करते दिखाई दिए थे. उन्होंने कहा था, 'महाराज जी बहुत नेक इंसान हैं. उनकी तबीयत खराब होने की खबर सुनकर दिल से दुआ करने का मन हुआ. हालांकि, कुछ लोगों के विरोध के बाद उन्होंने वह वीडियो सोशल मीडिया से हटा लिया था.
कौन सी बीमारी से जूझ रहे हैं प्रेमानंद महाराज?
प्रेमानंद महाराज को पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज (Polycystic Kidney Disease) नाम की बीमारी है. यह एक जन्मजात (जेनेटिक) बीमारी होती है, जिसमें किडनी के अंदर पानी से भरे छोटे-छोटे सिस्ट बनने लगते हैं. समय के साथ ये सिस्ट बड़े होते जाते हैं और किडनी की खून साफ करने की क्षमता घट जाती है. करीब 20 साल पहले उन्हें इस बीमारी का पता चला था. डॉक्टरों ने तब कहा था कि वे शायद दो या ढाई साल से ज्यादा न जी पाएंगे, लेकिन उनकी आस्था और मानसिक शक्ति ने सबको गलत साबित कर दिया. आज भी महाराज जी का नियमित डायलिसिस होता है, और वे अपनी दोनों किडनियों को प्यार से 'राधा' और 'कृष्ण' कहते हैं. हाल ही में अपने एक वीडियो में उन्होंने कहा, 'अब यह शरीर ज्यादा नहीं टिकेगा, लेकिन मैं खुश हूं कि मुझे ईश्वर ने भक्ति का वरदान दिया है. हर दिन मैं अपने राधा-कृष्ण के साथ हूं.'