लॉटरी में जीते 121 करोड़ लेकिन फिर किया ऐसा काम, अब हो रही वाह-वाही
विदेश में रहने वाली 58 साल की फ्रांसेस कोनोली नाम की महिला ने हालही में करोड़ों रुपये की लॉटरी जीती और इनाम अपने नाम कर लिया. महिला ने इन पैसों को अपने ऊपर इस्तेमाल करने के बजाए दो एनजीओ खोलकर जरूरतमंद लोगों की मदद करने का फैसला किया है.

देशभर में कई लाखों लोग हर दिन लॉटरी खरीदकर अपनी किस्मत को आजमाते हैं. जो व्यक्ति सच में लक्की होता है. उसके हाथ तो लॉटरी या फिर कुछ इनाम लग जाता है. लेकिन जिसकी किस्मत उस समय साथ नहीं देती वह थोड़े निराश हो जाते हैं. हालांकि कई लोगों को इसकी लत लग जाती है. नतीजा बहुत सारे पैसे गंवा कर चुकाना पड़ता है.
ऐसे में नॉर्दन आयरलैंड की रहने वाली एक महिला ने भी अपनी किस्मत आजमाने के लिए लॉटरी की टिकट तो खरीदी थी. उसे उम्मीद नहीं थी कि वह जीत जाएगी. लेकिन वो कहते हैं, न कई बार कुदरत आपको आपकी उम्मीद से भी बढ़कर चीजें दे जाती है. ऐसा ही कुछ इस महिला के साथ भी हुआ. लॉटरी तो लगी लेकिन इतनी बड़ी रकम हाथ लगी जिसकी कल्पना शायद ही उस महिला ने की हो.
लॉटरी में जीता करोड़ों का इनाम
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नॉर्दन आयरलैंड की रहने वाली फ्रांसेस कोनोली नामक 58 साल की महिला ने लॉटरी में 114 मिलियन पाउंड यानी भारतीय कीमत के अनुसार लगभग 121 करोड़ रुपये की इनाम राशि जीती है. अब सवाल यह आता है कि आखिर अचानक इतना बड़ा इनाम जीतने के बाद आखिर महिला ने किया क्या? कई लोगों ने सोचा होगा कि उन्होंने यह पैसा लग्जरी चीजें खरीदने में खर्च की होंगी. लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है. इस इनाम का उन्होंने जो कुछ किया उसे सुनकर आप हैरान हो जाएंगे.
जरूरतमंद लोगों की मदद का फैसला
फ्रांसिस और उनके पति पैट्रिक एक फेमस बिजनेसमैन है. दोनों ने लॉट्री के पैसे जीतने के बाद इसे खुद पर नहीं बल्कि जरूरतमंद लोगों पर खर्च करने का फैसला लिया है. दोनों ने यह तय किया कि वह दो चैरिटेबल फाउंडेशन खोलेंगे जिसका मकसद जरूरतमंद लोगों की मदद करना होगा. जब इस बारे में महिला से भी सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इस लॉटरी को जीतने के बाद उन्होंने सबसे पहला काम अपने लिए एक जोड़ी जूते खरीदी और उनके पति ने लंदन में एक नई कंपनी में ज्वॉइन होने का फैसला किया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कपल के तीन बेटियां हैं. वहीं अब तक परिवार ने 60 मिलियन तक की राशि को फैमिली चैरिटेबल को दान कर दिया है. जब उनसे यह सवाल किया गया कि आखिर उन्होंने ऐसा फैसला क्यों लिया तो इस पर जवाब देते हुए महिला ने कहा कि ऐसा करने से उन्हें खुशी मिलती है. किसी जरूरतमंद के चेहरे पर खुशी देखने का जो आनंद है वो किसी बड़े सेलिब्रेशन में नहीं है.