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पेरिस में क्यों हो रहा टॉपलेस प्रोटेस्ट? महिलाएं यौन हिंसा ख़त्म करने की कर रहीं मांग

महिलाओं के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन के लिए इंटरनेशनल डे के मौके पर महिलाओं के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने की मांग करते हुए, FEMEN एक्टिविस्टने पेरिस, फ्रांस में लौवर के बाहर टॉपलेस विरोध प्रदर्शन किया.

पेरिस में क्यों हो रहा टॉपलेस प्रोटेस्ट? महिलाएं यौन हिंसा ख़त्म करने की कर रहीं मांग
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( Image Source:  Instagram : femenspain )
रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Published on: 28 Nov 2024 9:06 PM

पेरिस में 'फेमे, वी, लिबर्टे' के नारे गूंज उठे जिसका मतलब है 'महिला, जीवन, आजादी'. इस नारे को महिलाओं ने मिलकर फ्रांस में लौवर के सामने लगाए जो अब भारत में सुर्ख़ियों का हिस्सा बन गया है. दुनियाभर के तमाम देशों में 25 नवंबर को इंटरनेशनल डे फॉर द एलिमिनेशन ऑफ वायलेंस अगेंस्ट वुमन मनाया जाता है और इस खास मौके पर FEMEN एक्टिविस्ट ने विरोध प्रदर्शन का हिस्सा बनीं.

विरोध प्रदर्शन में 100 टॉपलेस महिलाएं दिखीं. जिनके सीने पर 'महिलाओं पर युद्ध बंद करो' 'जिन, जियान, आजादी' जैसे फेमिनिस्ट नारे फ्रेंच, अंग्रेजी और कुर्द भाषा में लिखे हुए थे. उन्होंने महिलाओं के ख़िलाफ़ हिंसा ख़त्म करने की मांग की. 24 नवंबर को विभिन्न देशों के 100 FEMEN एक्टिविस्ट ने पेरिस से हर जगह धर्मतंत्र, युद्ध और तानाशाही द्वारा दबी हुई सभी महिलाओं के प्रतिरोध का एक अडिग बयान दिया.

ग्लोबल फेमिनिस्ट

FEMEN के आधिकारिक इंस्टाग्राम पेज की पोस्ट के मुताबिक महिलाओं के प्रति हिंसा के खिलाफ इंटरनेशनल डे को मार्क करते हुए सौ महिलाओं ने एक लिविंग सिम्बल के रूप में मार्च किया. जिसमें कहा गया है कि पितृसत्तात्मक हिंसा, महिलाओं के उत्पीड़न और टोटैलिटेरीअनिज़म में ग्लोबल उछाल के खिलाफ ग्लोबल फेमिनिस्ट.'

महिलाओं के साथ एकजुटता से खड़े हैं

शेयर की गई पोस्ट ने यह भी लिखा, 'राजनीतिक विद्रोह के इस एक्ट में, #FEMEN ने लौवर के कोर्टयार्ड - जो कि इलीट कल्चर पॉवर का एक स्मारक है - उसे क्रांतिकारी प्रतिरोध के स्थान में बदल दिया है. हम अफगानिस्तान, ईरान, इराक में उत्पीड़ित लड़कियों और महिलाओं के साथ एकजुटता से खड़े हैं. कुर्दिस्तान, यूक्रेन, फ़िलिस्तीन, इज़राइल, सूडान, लीबिया... बहुत सारी जगहें.' इस विरोध में सिंगर लियो के नेतृत्व में उन्होंने काले कपड़े पहनकर 'एल हिमने डेस फेम्स' गाया, जो महिलाओं के शोक और विनाश का प्रतीक है.'

क्या है FEMEN एक्टिविस्ट

यह एक इंटरनेशनल लेवल का ग्रुप है जो विभिन्न देशों में वूमेंस राइट्स के लिए आवाज उठाता रहा है. FEMEN अपनी ऑफिशियल वेबसाइट पर लिखता है कि राइट टू मूवमेंट में उनका मुख्य हथियार खुले ब्रेस्ट है. वह अलग-अलग देशों में महिलाओं के साथ हो रही हिंसा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करती हैं. हालांकि कई बार इस ग्रुप को आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा है.

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