कौन हैं डोनाल्ड ट्रंप के करीबी अल मेशन, जिसने भारत और अमेरिका के संबंधों के बारे में कह डाली ये बात
अल मेसन, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के करीबी सहयोगी कहते हैं कि 'डोनाल्ड ट्रम्प और प्रधान मंत्री मोदी के बीच बहुत मधुर संबंध रहे हैं और पूर्व राष्ट्रपति के पद पर रहने के दौरान एक-दूसरे के बीच मजबूत संबंध रहे हैं. दोनों मजबूत नेता हैं जो एक-दूसरे का सम्मान करते हैं.' ये दोनों रिश्ते बनाने के लिए मशहूर हैं.

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की तैयारियां जोर शोर से चल रही है. चुनाव प्रचारों के बीच रिपब्लिकन उम्मीदवार और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बताया की वह अगले सप्ताह पीएम मोदी से मुकाकात करेंगे. उन्होंने यह घोषणा मिशिगन के फ्लिंट में चुनाव अभियान के दौरान की. इस अभियान में वह भारत के साथ अमेरिका के व्यापाक को लेकर बात कर रहे थे. पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी सहयोगी अल मेसन का पीएम और राष्ट्रपति से मुलाकात पर बयान आया है तो आइए जानते हैं उन्होंने अपने बयान में क्या कहा है.
अल मेसन, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के करीबी सहयोगी कहते हैं कि 'डोनाल्ड ट्रम्प और प्रधान मंत्री मोदी के बीच बहुत मधुर संबंध रहे हैं और पूर्व राष्ट्रपति के पद पर रहने के दौरान एक-दूसरे के बीच मजबूत संबंध रहे हैं. दोनों मजबूत नेता हैं जो एक-दूसरे का सम्मान करते हैं.' ये दोनों रिश्ते बनाने के लिए मशहूर हैं. भारतीय अमेरिकी समुदाय भारतीय प्रधानमंत्री मोदी का कट्टर समर्थक है. वे अभी भी अपने राष्ट्रपति पद के दौरान संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच ऐतिहासिक संबंधों को मजबूत करने और राष्ट्रपति के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान अधिक व्यक्तिगत स्तर पर संयुक्त राज्य अमेरिका के भीतर भारतीय अमेरिकी समुदायों तक पहुंचने के लिए ट्रम्प के प्रयासों को याद करते हैं.'
क्या बोले डोनाल्ड ट्रंप के करीबी अल मेशन?
आगे उनका कहना है कि 'उदाहरण के लिए, तत्कालीन राष्ट्रपति ट्रम्प और भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित ह्यूस्टन कार्यक्रम को 'हाउडी मोदी' करार दिया गया. फिर राष्ट्रपति ट्रम्प ने इस कार्यक्रम के बाद भारत की विदेश यात्रा की, जिसका समापन एक ऐतिहासिक रैली में हुआ, जिसे एक बार फिर मोदी के साथ सह-शीर्षक दिया गया, जिसे 'नमस्ते ट्रम्प' कहा गया. कई मायनों में, अमेरिका-भारत संबंध कभी इतने मजबूत नहीं रहे, और संयुक्त राज्य अमेरिका में भारतीय अमेरिकी समुदाय दोनों देशों के बीच संबंधों को गहरा करने के लिए बड़े पैमाने पर ट्रम्प को श्रेय देता है.'
अगले सप्ताह ट्रंप और मोदी की होगी मुलाकात
अल मेसन ने आगे कहा कि 'कई मायनों में, अमेरिका-भारत संबंध कभी इतने मजबूत नहीं रहे, और संयुक्त राज्य अमेरिका में भारतीय अमेरिकी समुदाय दोनों देशों के बीच संबंधों को गहरा करने के लिए बड़े पैमाने पर ट्रम्प को श्रेय देता है. ट्रम्प के राष्ट्रपति पद के दौरान, एक प्रवृत्ति अत्यधिक स्पष्ट हो गई, भारतीय अमेरिकियों ने, शायद पहली बार, संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति द्वारा स्वीकार और सम्मान दोनों महसूस किया. इसलिए, अगले हफ्ते न्यूयॉर्क में ट्रम्प और पीएम मोदी के बीच एक बैठक दोनों नेताओं के बीच संबंधों को और मजबूत करेगी.