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पाक में क्या हो रहा है? पाकिस्तान के मुरीदके में TLP की रैली पर पुलिस गोलीबारी से पांच की मौत- Video

पाकिस्तान के मुरिदके में टीएलपी (TLP) के विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसक झड़पें हुईं, जिसमें पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच गोलीबारी और लाठीचार्ज हुआ. इस संघर्ष में कम से कम पांच लोग मारे गए, जिनमें एक पुलिसकर्मी भी शामिल है, जबकि दर्जनों घायल हुए. TLP ने इस मार्च को गाजा समर्थक और इजरायल-विरोधी अभियान के तहत आयोजित किया था. प्रदर्शनकारियों ने सड़कें जाम कीं और पुलिस पर पत्थरबाजी की. घटना के बाद इलाके में तनाव फैला और सुरक्षा बलों ने कड़े उपाय किए.

पाक में क्या हो रहा है? पाकिस्तान के मुरीदके में TLP की रैली पर पुलिस गोलीबारी से पांच की मौत- Video
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( Image Source:  @TheDCIndia- X )
सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Published on: 13 Oct 2025 8:49 PM

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में तीव्र राजनीतिक संकट और हिंसा का नया दौर सामने आया है. मुरिडके में तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) के प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई भयंकर झड़पों में कम से कम पांच लोग मारे गए हैं, जिनमें एक पुलिस अधिकारी भी शामिल है. TLP का मार्च, जो लाहौर से निकलकर इस्लामाबाद की ओर बढ़ रहा था, पार्टी प्रमुख साद हुसैन रिज़वी के नेतृत्व में जारी था.

सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया. प्रदर्शनकारियों ने भी पत्थरबाजी और विरोध स्वरूप पेट्रोल बमों का प्रयोग किया. इस हिंसा में दर्जनों लोग घायल हुए और स्थानीय मीडिया के अनुसार मृतकों की संख्या पांच से कहीं अधिक हो सकती है.

TLP और पुलिस के बीच भयंकर झड़पें

पंजाब पुलिस के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए फायरिंग की गई, जिसमें कम से कम तीन प्रदर्शनकारी मारे गए. एक पुलिसकर्मी की भी मौत हुई. पुलिस ने बताया, "जब तितर-बितर करने का ऑपरेशन शुरू हुआ, TLP के कार्यकर्ताओं ने पत्थरबाजी, स्पाइक्ड बैटन और पेट्रोल बम का इस्तेमाल किया. इसके बाद उन्होंने बेतरतीब फायरिंग शुरू कर दी, जिससे नागरिकों और कानून-प्रवर्तन कर्मियों की जान गई."

TLP ने हिंसा के इस दौर में पीछे हटने का कोई संकेत नहीं दिया है और पार्टी प्रमुख रिज़वी ने प्रदर्शनकारियों को हौसला देते हुए कहा, "गिरफ्तारी कोई समस्या नहीं, गोलियाँ कोई समस्या नहीं, गोला-बारूद कोई समस्या नहीं – शहादत हमारी तकदीर है."

प्रदर्शन की पृष्ठभूमि

यह विरोध प्रदर्शन 9 अक्टूबर को गाजा पर इज़राइली हवाई हमलों के विरोध में शुरू हुआ था और 11 अक्टूबर को तीव्र रूप से बढ़ गया. लाहौर में पुलिस ने TLP को राजधानी की ओर बढ़ने से रोकने की कोशिश की थी, जिससे हिंसक झड़पें हुईं. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर बेरोक-टोक गोलीबारी का आरोप लगाया, जबकि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर नियंत्रण के लिए आंसू गैस और लाठीचार्ज का इस्तेमाल किया. स्थानीय मीडिया और प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, झड़पों में दर्जनों अधिकारी घायल हुए और कई प्रदर्शनकारी भी गंभीर रूप से घायल हैं.

अधिकारियों की कार्रवाई और गिरफ्तारी

पुलिस ने मुरिडके में TLP समर्थकों को दो बार रोकने का प्रयास किया और चार जिलों से भारी पुलिस बल तैनात किया. अधिकारियों ने बताया कि TLP शनिवार को मुरिडके पहुंचा और वहां धरना दिया. सरकार ने सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के तहत साहीवाल डिवीजन में लगभग 170 TLP कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मोबाइल डेटा सेवाएं रावलपिंडी और इस्लामाबाद में आंशिक रूप से बहाल की गई हैं, ताकि TLP नेतृत्व के साथ बातचीत की जा सके. इस हिंसा और प्रदर्शन के समय अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता में इज़राइल और हमास के बीच गाजा में शांति समझौते का पहला चरण अंतिम रूप ले रहा है.

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