लाहौर में खूनखराबा: तहरीक-ए-लब्बैक प्रदर्शनकारियों पर पाकिस्तानी रेंजर्स ने की फायरिंग, 10 की मौत | Videos
पाकिस्तान के लाहौर में पैरामिलिट्री रेंजर्स ने तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) के प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चला दीं. शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, कम से कम 10 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. यह घटना तब हुई जब सुरक्षा बलों ने इस्लामाबाद की ओर मार्च की तैयारी कर रहे TLP समर्थकों को तितर-बितर करने के लिए अभियान चलाया.

पाकिस्तान के लाहौर शहर में सोमवार सुबह तड़के हालात तब बेकाबू हो गए जब पैरामिलिट्री रेंजर्स ने तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) के प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चला दीं. शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, कम से कम 10 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. यह घटना उस समय हुई जब सुरक्षा बलों ने इस्लामाबाद की ओर मार्च की तैयारी कर रहे TLP समर्थकों को तितर-बितर करने के लिए अभियान चलाया.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, गोलीबारी की शुरुआत फजर की नमाज़ से पहले हुई, जब हजारों प्रदर्शनकारी राजधानी की ओर बढ़ने की तैयारी में थे. पाक रेंजर्स और पुलिस ने इलाके को घेर लिया और प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश की, लेकिन स्थिति तेजी से हिंसक हो गई. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पहले आंसू गैस और पानी की बौछार की गई, लेकिन जब भीड़ पीछे हटने से इनकार करने लगी, तो सीधी फायरिंग कर दी गई.
घटना के बाद पूरे शहर में तनाव फैल गया. मुरीदके और रावलपिंडी में भी प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पें हुईं. लाहौर, गुजरांवाला और इस्लामाबाद में इंटरनेट सेवाएं आंशिक रूप से बंद कर दी गई हैं, ताकि प्रदर्शनकारियों के बीच संचार बाधित किया जा सके.
TLP का इस्लामाबाद पहुंचने पर अड़ा रुख
यह हिंसा उस समय भड़की जब रविवार को पंजाब सरकार और तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) के प्रतिनिधियों के बीच वॉशिंगटन स्थित अमेरिकी दूतावास के बाहर प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन को लेकर वार्ता चल रही थी. TLP का कहना है कि वह गाजा में इज़राइल की कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन करना चाहता है. पंजाब सरकार के एक अधिकारी ने बताया, “सेनेटर राणा सानाउल्लाह, सरकारी सलाहकार हाफिज़ ताहिर अशरफी और पंजाब स्वास्थ्य मंत्री ख्वाजा सलमान रफीक की अगुवाई में बातचीत चल रही है. आज किसी ‘ब्रेकथ्रू’ की उम्मीद है.” हालांकि, रविवार रात हालात उस समय और बिगड़ गए जब पुलिस ने लाहौर में TLP समर्थकों को तितर-बितर करने के लिए नया ऑपरेशन शुरू किया. संगठन ने दावा किया है कि पुलिस कार्रवाई में अब तक 24 समर्थकों की मौत और 200 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है.
राजधानी में हाई अलर्ट, सड़कों पर नाकेबंदी
इस्लामाबाद और रावलपिंडी में सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. राजधानी में प्रवेश के सभी प्रमुख रास्तों को सील कर दिया गया है. मेट्रो बस सेवा निलंबित कर दी गई है और कई इलाकों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं सीमित कर दी गई हैं. पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने कहा है कि “किसी को भी हिंसा फैलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी,” जबकि TLP ने ऐलान किया है कि वह सरकार की किसी भी चेतावनी की परवाह किए बिना अमेरिकी दूतावास तक मार्च करेगा.
राजनीतिक संकट गहराता जा रहा है
विश्लेषकों का कहना है कि यह घटना पाकिस्तान के लिए एक और भीतरी सुरक्षा संकट बन सकती है, खासकर तब जब देश पहले से आर्थिक संकट, आतंकी हमलों और अफगान सीमा पर संघर्षों से जूझ रहा है. लाहौर में हुई यह गोलीबारी पाकिस्तान सरकार और इस्लामिक कट्टरपंथी संगठनों के बीच लगातार बढ़ती खाई को उजागर करती है, जो आने वाले दिनों में और गहराई पकड़ सकती है.