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तालिबानी सरकार का नया फरमान, मीडिया पर लगाया प्रतिबंध, जीवित चीजों की फोटो लेने पर बैन

तालिबान ने कुछ प्रांतों में इंसानों और जानवरों की तस्वीरें दिखाना बंद कर दिया. अफगानिस्तानी मीडिया पर लगाए गए प्रतिबंध में बहुत-सी चीजें शामिल हैं. इनमें जीवित चीजों की तस्वीरें पर प्रकाशन बंद करना. वहीं इस्लाम का मजाक या अपमान करने की कोशिश पर भी मीडिया आउटलेट्स को रोकना.

तालिबानी सरकार का नया फरमान, मीडिया पर लगाया प्रतिबंध, जीवित चीजों की फोटो लेने पर बैन
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निशा श्रीवास्तव
By: निशा श्रीवास्तव

Published on: 16 Oct 2024 7:44 AM

Taliban Rule's: अफगानिस्तान में तालिबान सरकार के गठन के बाद लगातार नए-नए नियमों का लागू किया जा रहा है. अब यहां पर एक अजीबोगरीब प्रतिबंध का एलान किया गया है. अब तालिबान ने कुछ प्रांतों में इंसानों और जानवरों की तस्वीरें दिखाना बंद कर दिया.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सोमवार 14 अक्टूबर को तालिबान नैतिकता मंत्रालय को एक कानून को लागू करने का वादा किया, जिसमें मीडिया पर सभी जीवित चीजों की फोटो पब्लिश करने पर प्रतिबंध लगाया जाएगा.

फोटो छापने पर लगी बैन

नए कानून के संबंध में PVPV के एक प्रवक्ता सैफुल इस्लाम खैबर ने जानकारी दी. खैबर ने कहा कि यह कानून पूरे अफगानिस्तान में धीरे-धीरे लागू होगा. इसके तहत अब लोगों को बताया जाएगा कि जीवित चीजों की तस्वीरें इस्लामी कानून के खिलाफ है. हम इसका पालन करने के लिए उन्हें समझाने की कोशिश करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि नए कानून के कार्यान्वयन में जबरदस्ती का कोई स्थान नहीं होगा और इसे सिर्फ सलाह के रूप में पेश किया जाएगा.

इनकी फोटो लेने पर प्रतिबंध

अफगानिस्तानी मीडिया पर लगाए गए प्रतिबंध में बहुत-सी चीजें शामिल हैं. इनमें जीवित चीजों की तस्वीरें पर प्रकाशन बंद करना. वहीं इस्लाम का मजाक या अपमान करने की कोशिश पर भी मीडिया आउटलेट्स को रोकना. साथ ही इस्लामी कानून का विरोध करने का आदेश देना शामिल है.

तालिबान का बयान

तालिबान ने सरकार बनाने के बाद कई सख्त कानूनों को लागू किया है. देश के धर्माचरण मंत्रालय ने अगस्त में सार्वजनिक परिवहन, दाढ़ी बनाना, मीडिया और समारोहों को प्रभावित करने वाले सभी कारणों पर प्रतिबंध लगाया था. जो इस्लामी कानून या शरिया की अधिकारियों के बारे में बताते हैं. इसी दिशा में अनुच्छेद 17 के तहत इंसानों और जानवरों की तस्वीरों के प्रकाशन पर प्रतिबंध है. इस कदम से अफगान मीडिया और प्रेस की स्वतंत्रता पर गहरा असर देखने को मिलेगा.

मीडिया पर कितना दिखा तालिबान का असर

इस मामले में खैबर ने कहा कि अभी इस कानून को कुछ हिस्सों में ही लागू किया जाएगा लेकिन धीरे-धीरे इसका विस्तार करेंगे. एक स्थानीय पत्रकार ने अनुसार उन्हें दूर से तस्वीरें लेने और कम घटनाओं को फिल्माने की सलाह दी गई ताकि वे इस नए कानून के अनुरूप काम करस सकें. आपको बता दें कि तालिबान सरकार के आने के बाद अफगान में पहले 8,400 मीडिया कर्मचारी थे, अब 5,100 रह गए हैं.इनमें 500 महिलाएं शामिल हैं.

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