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सीरिया में बांग्लादेश जैसे हालात! राष्ट्रपति भवन पर कब्जा, विरोधी जमकर कर रहे हैं लूटपाट; देखें VIDEO

Syria Civil War: सीरियाई तानाशाह बशर अल-असद विरोधियों के राजधानी में प्रवेश करने के बाद दमिश्क से भाग गए. इसे लेकर नागरिकों ने जश्न मनाया और राष्ट्रपति भवन पर धावा बोला. इस दौरान असद की मूर्तियों को गिरा दिया. विद्रोही समूहों ने सरकारी मीडिया पर कब्ज़ा कर लिया.

सीरिया में बांग्लादेश जैसे हालात! राष्ट्रपति भवन पर कब्जा, विरोधी जमकर कर रहे हैं लूटपाट; देखें VIDEO
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Syria Civil War
सचिन सिंह
Edited By: सचिन सिंह

Updated on: 8 Dec 2024 3:14 PM IST

Syria Civil War: सीरिया का मुकाबला बांग्लादेश से सीधे तौर पर करना गलत होगा, लेकिन बांग्लादेश में जो हाल में हुआ कुछ ऐसे ही हालात सीरिया में भी नजर आ रहे हैं. जैसे ही तानाशाह बशर अल-असद ने अचानक सीरिया छोड़ा. भीड़ ने राष्ट्रपति भवन में घुसकर उनका सामान लूट लिया, जिसका वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है.

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, सीरियाई तानाशाह बशर अल-असद का 24 साल का शासन समाप्त हो गया, जब वह विमान से देश छोड़कर भाग गए और विपक्षी विरोधी सेना दमिश्क में प्रवेश कर गई. दो वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने बताया कि असद एक विमान में सवार होकर दमिश्क से बाहर जा चुके हैं, जिन्होंने 24 सालों तक देश पर सख्ती से शासन किया.

राष्ट्रपति भवन में खुलेआम लूटपाट

ऑनलाइन सोशल मीडिया पर कई वीडियो सामने आए, जिसमें दिखाया गया कि सीरियाई लोग दमिश्क में बशर अल-असद के राष्ट्रपति भवन में खुलेआम घुस रहे थे और लूटपाट मचा रहे हैं.

सीरियाई नागरिक दमिश्क में बशर अल-असद के राष्ट्रपति भवन में स्वतंत्र रूप से प्रवेश कर रहे हैं.

असद के सीरिया छोड़ने के बाद सीरियाई लोग उनके 'पीपुल्स पैलेस' में घूस गए.

अपने घर में ही रहेंगे सीरियाई प्रधानमंत्री

सीरियाई प्रधानमंत्री मोहम्मद गाजी अल-जलाली ने कहा कि वह अपने घर में ही रहेंगे और शासन की निरंतरता का समर्थन करने के लिए तैयार हैं, जबकि विद्रोहियों के राजधानी में प्रवेश करने के बाद राष्ट्रपति बशर अल-असद दमिश्क छोड़कर भाग गए हैं.

सीरियाई विद्रोहियों की 14 साल बाद जीत

सीरियाई विद्रोहियों ने एक बड़ी जीत हासिल की. उन्होंने केवल एक दिन की भीषण लड़ाई के बाद होम्स पर पूर्ण नियंत्रण हासिल कर लिया, जिससे असद का 24 साल का शासन खत्म हो गया. दमिश्क में गोलियों की गूंज सुनाई दी. राजधानी के दक्षिण-पश्चिम ग्रामीण इलाकों में स्थानीय लोग और पूर्व विद्रोही असद के शासन का विरोध करते हुए सड़कों पर उतर आए.

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