PAK में ट्रेन अपहरण के बाद आत्मघाती हमला, 10 आतंकी ढेर; फिर हमलावर ने खुद को उड़ाया
पाकिस्तान के प्रांत दक्षिण वजीरिस्तान जिले में एक सैन्य शिविर के पास आत्मघाती आतंकी हमला हुआ, जिसके बाद सेना के जवानों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 10 आतंकवादियों को ढेर कर दिया. यह हमला एक विस्फोटक से भरी गाड़ी के जरिए किया गया था, जिसे एक आत्मघाती हमलावर चला रहा था.

पाकिस्तान के प्रांत दक्षिण वजीरिस्तान जिले में एक सैन्य शिविर के पास आत्मघाती आतंकी हमला हुआ, जिसके बाद सेना के जवानों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 10 आतंकवादियों को ढेर कर दिया. यह हमला एक विस्फोटक से भरी गाड़ी के जरिए किया गया था, जिसे एक आत्मघाती हमलावर चला रहा था. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हमले के पीछे तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) का हाथ बताया जा रहा है। हालांकि, सरकारी स्तर पर अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
हमले के तुरंत बाद सेना ने इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया और इस ऑपरेशन में कुल 10 आतंकियों को मार गिराया गया. सुरक्षा बलों की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से बड़ा हमला टल गया, लेकिन इस हमले में कुछ सैनिकों के हताहत होने की भी खबरें आ रही हैं. हालांकि, इस संबंध में अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है. गौरतलब है कि पाकिस्तान में हाल के दिनों में आतंकवादी गतिविधियों में तेजी आई है, खासकर बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों में। सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं और आतंकवाद के खिलाफ लगातार अभियान चला रही हैं.
यह आत्मघाती हमला बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) के आतंकवादियों द्वारा मंगलवार को गुडालार और पीरू कुनरी के पहाड़ी इलाकों में जाफर एक्सप्रेस पर किया गया था, जिसमें 440 यात्री सवार थे. इस हमले में 21 यात्रियों और चार अर्धसैनिक बलों के जवानों की जान चली गई. जवाबी कार्रवाई में, सेना ने बुधवार को सभी 33 आतंकवादियों को मार गिराया. पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री मोहसिन नकवी ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि देश अपने सुरक्षा बलों के साथ मिलकर आतंकवाद के उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध है.
वैश्विक आतंकवाद सूचकांक 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में आतंकवाद से जुड़ी मौतों में 45% की चिंताजनक वृद्धि देखी गई. 2023 में यह संख्या 748 थी, जो 2024 में बढ़कर 1,081 हो गई, जिससे पाकिस्तान वैश्विक स्तर पर चौथे स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंच गया. रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) से जुड़े हमलों की संख्या 2024 में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई, जबकि संगठन के कारण होने वाली मौतें 2011 के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर रहीं.
सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा बने हुए हैं, जो अफगानिस्तान के साथ सीमा साझा करते हैं. 2024 में पाकिस्तान में होने वाले 96% से अधिक आतंकवादी हमले और मौतें इन्हीं प्रांतों में दर्ज की गईं. 6 मार्च को, उत्तर-पश्चिम पाकिस्तान के बन्नू में एक मुख्य छावनी की दीवार से विस्फोटकों से लदे दो वाहनों के टकराने से नौ लोगों की मौत हो गई और 16 अन्य घायल हो गए. इस हमले के जवाब में, सेना ने कम से कम छह आतंकवादियों को मार गिराया.