पाक मंत्री दे रहे गलत सूचना! बोले- पानी रोकने की कोशिश को युद्ध का ऐलान मानेंगे, क्या है इसके पीछे का संदेश?
पाकिस्तान के मंत्री द्वारा भारत को पानी रोकने की धमकी और आतंकवाद में शामिल होने के आरोपों के बाद दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है. पाकिस्तान के नेताओं ने युद्ध की चेतावनी दी, जबकि भारत ने सख्त कूटनीतिक और सैन्य कदम उठाए हैं. क्या यह विवाद युद्ध की ओर बढ़ेगा? जानिए पूरी स्थिति.

पाकिस्तान द्वारा भारत को धमकियों का सिलसिला लगातार जारी है, खासकर जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में सैलानियों पर हुए आतंकवादी हमले के बाद. पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने भारत को चेतावनी दी है कि अगर पाकिस्तान का पानी रोकने की कोशिश की गई, तो इसे युद्ध का ऐलान माना जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने भारत पर आतंकवादियों को फंड और हथियार देने का आरोप भी लगाया है.
भारत ने हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ कई कूटनीतिक कदम उठाए थे, जिसमें सिंधु जल समझौते को स्थगित करना भी शामिल था. इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्ते और भी तनावपूर्ण हो गए हैं. तरार ने कहा कि पाकिस्तान के पास भारत द्वारा किए गए आतंकवादियों के समर्थन के सबूत हैं और इसकी जड़ें गहरी हैं.
कुलभूषण जाधव का उठाया मामला
कुलभूषण जाधव मामले को लेकर पाकिस्तान ने एक बार फिर भारत पर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि जाधव को गिरफ्तार न करने पर पाकिस्तान की आतंकवाद विरोधी सफलता सामने नहीं आती. वहीं, उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि भारत ने पाकिस्तान में हुए कई आतंकवादी हमलों की निंदा क्यों नहीं की. ये बयान पाकिस्तान की सुरक्षा और आंतरिक राजनीति में जारी तनाव का संकेत हैं.
पाकिस्तानी मंत्री दे रहे बेतुकी बयान
वहीं, पाकिस्तानी मंत्री और सेना प्रमुख इस समय भारत के साथ संभावित संघर्ष को लेकर लगातार बयान दे रहे हैं. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि उनकी सेना पूरी तरह से तैयार है और किसी भी हमले का जवाब मजबूती से दिया जाएगा. उनके बयान से यह साफ होता है कि पाकिस्तान युद्ध की स्थिति में पूरी तरह अलर्ट है.
पीएम ने दिया भरोसा
हालांकि, पाकिस्तान की ये बयानबाजी उसके अंदर फैल रही घबराहट को भी दर्शाती है. भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीड़ित परिवारों को भरोसा दिलाया है कि दोषियों को सजा दी जाएगी और इस हमले के दोषियों को कठोरतम जवाब दिया जाएगा. पाकिस्तान की यह धमकी अब भारत के आक्रमक कूटनीतिक और सैन्य कदमों को देखते हुए एक कमजोर स्थिति में नजर आ रही है.युद्ध में कितने दिन टिकेगा पाकिस्तान?
पाकिस्तान के रक्षा और गृह मंत्री लगातार युद्ध की चेतावनियां दे रहे हैं, हालांकि पाकिस्तान की सेना को यह भी समझ आ रहा है कि भारत का जवाब पहले से कहीं ज्यादा मजबूत होगा. मोदी सरकार की सैन्य कार्रवाई के संकेत पाकिस्तान के अंदर भय और असुरक्षा की भावना को बढ़ा रहे हैं। पाकिस्तान में अब यह सवाल उठने लगे हैं कि अगर युद्ध होता है तो पाकिस्तान कितने दिन टिक पाएगा?
परमाणु बम की धमकी
इसके अलावा, पाकिस्तान के नेताओं द्वारा परमाणु बम का बार-बार जिक्र करना भी उनके अंदर छिपे भय का एक और संकेत है. रेलवे मंत्री हनीफ अब्बासी ने कहा कि अगर पानी रोका गया तो पाकिस्तान के पास एटमी हथियार हैं, जो भारत के खिलाफ इस्तेमाल किए जा सकते हैं। यह बयान पाकिस्तान के डर और असुरक्षा को उजागर करता है.
और बढ़ेगी मुश्किलें
इस बीच, पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल मुनीर और अन्य नेताओं के बयान इस बात की पुष्टि कर रहे हैं कि पाकिस्तान इस समय न केवल सैन्य स्तर पर, बल्कि मानसिक और कूटनीतिक तौर पर भी कमजोर स्थिति में है. युद्ध की स्थिति में पाकिस्तान के लिए मुश्किलें और भी बढ़ सकती हैं, जबकि भारत अपनी सुरक्षा और कूटनीति को और मजबूत कर रहा है.