'अब बम पर बम गिरेंगे', तेल अवीव एयरपोर्ट पर हूती मिसाइल अटैक के बाद इजरायली PM का एलान- VIDEO
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने यमन के हूती विद्रोहियों पर एक के बाद एक कई जवाबी हमले करने का ऐलान किया है. दरअसल, रविवार को ईरान समर्थित हूती ग्रुप ने एक मिसाइल दागी थी, जो तेल अवीव के बेन गुरियन एयरपोर्ट के पास आकर गिरी.

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने यमन के हूती विद्रोहियों पर एक के बाद एक कई जवाबी हमले करने का ऐलान किया है. दरअसल, रविवार को ईरान समर्थित हूती ग्रुप ने एक मिसाइल दागी थी, जो तेल अवीव के बेन गुरियन एयरपोर्ट के पास आकर गिरी. हमले के कुछ देर बाद जारी वीडियो संदेश में नेतन्याहू ने कहा, "हमने पहले भी उन पर कार्रवाई की थी और आगे भी करेंगे. यह ऐसा नहीं है कि एक बार हमला कर दिया और मामला खत्म और भी जवाबी हमले होंगे.
यह मिसाइल हमला उस वक्त हुआ जब खबरें आ रही थीं कि इजरायली मंत्रीगण गाजा में सैन्य कार्रवाई को और व्यापक करने की योजना को अंतिम रूप देने के करीब हैं. यह सैन्य अभियान मार्च में दो महीने की संघर्षविराम अवधि खत्म होने के बाद दोबारा शुरू किया गया था. नेतन्याहू ने अपने संदेश में कहा, “हम दो मिशनों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं - पहला, बंधकों को वापस लाना और दूसरा, हमास को पूरी तरह खत्म करना. हमास नहीं बचेगा, इसे समझ लीजिए। युद्ध में अंततः जीत का ही फैसला होता है.'
गौरतलब है कि अक्टूबर 2023 में युद्ध शुरू होने के बाद यह पहली बार था जब यमन से दागी गई कोई मिसाइल इजरायल के मुख्य अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक आकर गिरी. इससे पहले इजरायली मिसाइल डिफेंस सिस्टम अधिकतर हमलों को नाकाम कर चुका था. इस हमले के बाद एयर इंडिया समेत कई अंतरराष्ट्रीय एयरलाइनों ने तेल अवीव के लिए अपनी उड़ानें रद्द कर दीं. इजरायली पुलिस कमांडर यायर हेट्जरोनी ने पत्रकारों को मिसाइल के गिरने से बने गड्ढे को दिखाया, जो टर्मिनल 3 के पार्किंग क्षेत्र के पास सड़क किनारे बना है.
इस बीच, इजरायली सेना ने गाजा में संभावित बड़े हमले के लिए हजारों रिजर्व सैनिकों को बुलावा भेजना शुरू कर दिया है. इजरायली मीडिया के हवाले से समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने यह जानकारी दी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन रिजर्व सैनिकों को लेबनान बॉर्डर और वेस्ट बैंक में तैनात किया जाएगा ताकि नियमित सैनिकों को गाजा अभियान के अगले चरण के लिए मुक्त किया जा सके. बता दें कि इससे पहले इजरायल और हमास के बीच आठ सप्ताह का संघर्षविराम रहा था, जिसके दौरान गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाई गई और कुछ इजरायली बंधकों को रिहा किया गया. हालांकि मार्च में यह सीजफायर टूट गया और इजरायल ने गाजा पर फिर से हवाई हमले शुरू कर दिए थे.