Vivek Ramaswamy ने छोड़ा ट्रंप का साथ, क्या एलन मस्क है इसका कारण, अब क्या करेंगे रामास्वामी?
CNN की रिपोर्ट के अनुसार, डोनाल्ड ट्रम्प की MAGA टीम के भीतर एक बड़ा विभाजन सामने आया, क्योंकि एलन मस्क और रामास्वामी जिन्होंने अत्यधिक कुशल श्रमिकों के लिए वीजा बढ़ाने की वकालत की थी. इसके कारण उन्हें राष्ट्रपति-चुनाव के आधार के भीतर से भारी विरोध का सामना करना पड़ा.

अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की सरकार बन चुकी है. डोनाल्ड ट्रंप की जीत पर विवेक रामास्वामी ने एक्स पर बधाई दी. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा 'DOGE को बनाने में मदद करना मेरे लिए सम्मान की बात थी. मुझे पूरा विश्वास है कि एलन और उनकी टीम सरकार को सुव्यवस्थित करने में सफल होगी. ओहियो में अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में मैं जल्द ही और भी बहुत कुछ कहूंगा. सबसे जरूरी बात यह है कि हम राष्ट्रपति ट्रम्प को अमेरिका को फिर से महान बनाने में मदद करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं!'
भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी अब इस सरकार का हिस्सा नहीं हैं. अब वह टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के साथ डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी के को-हेड नहीं होंगे. कहा जा रहा है कि इसका कारण उनके हालिया बयान हैं, जिनमें H1B वीजा शामिल है. इतना ही नहीं, एलन मस्क का दबाव भी इसकी एक वजह हो सकता है. हालांकि, इस बारे में अभी तक कोई ऑफिशियल स्टेटमेंट सामने नहीं आई है.
विवेक रामास्वामी के बयान
दिसंबर के आखिर में विवेक रामास्वामी ने एक्स पर एक पोस्ट किया था. इस पोस्ट में उन्होंने अमेरिका के कल्चर की आलोचना करते हुए कहा कि 'टेक कंपनियां विदेशी कर्मचारियों को इसलिए नहीं रखती हैं, क्योंकि देश में उत्कृष्टता की तुलना में औसत दर्जे को महत्व दिया जाता है.'
एलन मस्क का दबाव?
ट्रम्प के सलाहकारों के करीबी एक रिपब्लिकन रणनीतिकार ने बताया कि एलन मस्क ने हाल ही में यह बताया कि वह रामास्वामी को DOGE से बाहर करना चाहते हैं. इसके आगे उन्होंने कहा कि उन्होंने एलन मस्क को नाराज किया है. उन्हें हर कोई Mar-a-Lago ने डीसी से बाहर करना चाहता है.
क्या गर्वनर का चुनाव लड़ेंगे विवेक?
पोलिटिको ने बताया कि रामास्वामी अगले हफ्ते ओहियो के गवर्नर पद के लिए चुनाव लड़ने की घोषणा करने का प्लान बना रहे हैं. शुक्रवार को यह जानकारी सामने आई थी. इससे पहले रामास्वामी अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से कैंडिडेट के तौर पर खड़े हुए थे, लेकिन बाद में उन्होंने अपना हाथ पीछे खींच लिया. कहा जाता है कि रामास्वामी ट्रंप और अमेरिका के उप राष्ट्रपति जेडी वेंस के करीबी हैं.