'30 की उम्र में महिलाओं के गर्भाशय...', जन्म दर बढ़ाने के लिए नेता का विचित्र प्रस्ताव; देखे VIDEO
जापान के एक राजनेता ने महिलाओं के 25 साल के बाद विवाह करने और 30 साल की उम्र में जबरन गर्भाशय निकालने की सलाह दी. साथ ही 18 साल की उम्र से महिलाओं की यूनिवर्सिटी एज्युकेशन तक पहुंच को बैन करने का भी सुझाव दिया.

Japan: जापानी राजनेता को महिलाओं के लिए एक विवादित टिप्पणी करना भारी पड़ गया. जब आलोचनाओं का पहाड़ उन पर टूटा तो उन्होंने माफी मांग ली. उन्होंने सुझाव दिया था कि प्रजनन क्षमता से संबंधित सामाजिक मुद्दों को हल करने के लिए महिलाओं को 30 के बाद अपना गर्भाशय निकालने पर बैन लगा देना चाहिए.
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुाताबिक, यह प्रस्ताव जापान की घटती जन्म दर और देश की बढ़ती उम्र की आबादी के कारण होने वाली चुनौतियों पर हो रही चर्चा के बीच दिया गया. चौंकाने वाला सुझाव जापान के कंजर्वेटिव पार्टी के नेता नाओकी हयाकुता ने 8 नवंबर को एक यूट्यूब वीडियो में दिया था, जिसमें उन्होंने देश की जन्म दर बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की थी.
घटते जन्म दर को लेकर चिंता
मंत्री ने सुझाव दिया कि महिलाओं को 25 साल की आयु के बाद शादी करने और 30 साल की उम्र में जबरन हिस्टेरेक्टोमी (गर्भाशय को निकालना) करवाने पर बैन लगाया जाना चाहिए. उनका मानना था कि ऐसा करने से वे बच्चे पैदा करने के लिए प्रेरित होंगी और घटती जन्म दर में सुधार आएगी. राजनेता ने कथित तौर पर अधिक बच्चे पैदा करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए 18 साल की उम्र से महिलाओं की यूनिवर्सिटी एज्युकेशन तक पहुंच को बैन करने का भी प्रस्ताव रखा.
आलोचना के बाद माफी
हयाकुता को उनके बयान के कारण माफी मांगनी पड़ी. ये सब तीखी प्रतिक्रिया के बाद हुआ. उन्होंने दावा किया कि उनकी टिप्पणी केवल काल्पनिक थीं और उनके व्यक्तिगत विचार नहीं थे. कई लोगों ने मंत्री की उनकी भेदभावपूर्ण टिप्पणियों की आलोचना की, जिससे महिलाओं के अधिकारों और प्रजनन स्वतंत्रता के बारे में चिंताएं बढ़ गई.
जापान में प्रजनन संकट
बता दें कि जापान का प्रजनन संकट एक गंभीर चिंता का विषय है, क्योंकि देश बढ़ती उम्र की आबादी और घटते वर्कफोर्स की चुनौतियों का समाधान करने के लिए संघर्ष कर रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक, जापान में जनवरी से जून के बीच 350,074 बच्चों के जन्म दर्ज किये गये, जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 5.7 प्रतिशत कम है.