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बंधकों की रिहाई के बाद अब गाजा में आगे क्‍या? इन मुद्दों पर बिगड़ सकती है बात

Israel-Hamas Conflict: गाजा में दो साल के इजरायली के लोगों को कैदी बनाकर रख दिया है. सोमवार को हमास और इजरायल के बीच समझैता हुआ और दोनों ने कैदियों को रिहा कर दिया है. यह कदम शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. बता दें कि समझौते के तहत कुछ बातों पर अभी भी मतभेद हैं.

बंधकों की रिहाई के बाद अब गाजा में आगे क्‍या? इन मुद्दों पर बिगड़ सकती है बात
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( Image Source:  ani )

Israel-Hamas Conflict: इजराइल और हमास के बीच पिछले दो सालों से चला आ रहा युद्ध पर अब विराम लगने वाला है. दोनों के बीच काफी विवाद देखने को मिला, जिसमें सैंकड़ों लोगों की जान चली गई. इससे सबसे ज्यादा गाजा प्रभावित हुआ. सोमवार (13 अक्टूबर) को संघर्ष विराम समझौते के पहले फेस में अहम फैसला लिया गया.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस समझौते के तहत हमास ने गाजा में बंदी बनाए गए सभी 20 इजराइली बंदियों को रिहा कर दिया. वहीं इसके बदले इजराइल ने लगभग 1,900 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया. यह कदम शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

दो सालों से बंद कैदी रिहा

इजरायल और हमास के बीच संघर्ष को खत्म कराने के लिए कई प्रयास किए गए. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मिस्र के शर्म अल-शेख में आयोजित एक वैश्विक शांति सम्मेलन में इस समझौते पर हस्ताक्षर किए. इस सम्मेलन में मिस्र, कतर और तुर्की के नेताओं ने भी भाग लिया.

ट्रम्प ने इस अवसर पर कहा कि यह समझौता मिडिल ईस्ट में शांति की नई शुरुआत का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि अब स्थानीय नेताओं से पुरानी दुश्मनियों को भुलाकर सहयोग की दिशा में काम करना चाहिए.

कुछ बातों पर नहीं बनी सहमति

बता दें कि समझौते के तहत कुछ बातों पर अभी भी मतभेद हैं. इजराइल की मांग है कि हमास को पूरी तरह से निरस्त्र किया जाए, जबकि हमास ने इस पर सहमति नहीं जताई है. इसके अलावा गाजा के भविष्य को लेकर भी चर्चा हो रही है. समझौते के अनुसार, एक अंतर्राष्ट्रीय निकाय गाजा का प्रशासन करेगा, लेकिन हमास ने इसे फिलिस्तीनी नेताओं के निर्णय पर छोड़ने की बात की है.

बता दें कि इजरायल अभी भी चाहता है कि हमास गाजा से पूरी तरह से हटा जाए. हमास ने पूरी तरह से निरस्त्र होने से इनकार कर दिया है. वहीं उग्रवादी समूह यह चाहते हैं कि इजराइल फिलिस्तीन से पूरी तरह हट जाए. कुछ बातें अभी भी ऐसी हैं, जिस पर विवाद हो सकता है.

इजरायली PM का बयान बेंजामिन नेतन्याहू

इस मामले पर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपना रिक्शन दिया है. उन्होंने कहा कि यह हमारे सभी उद्देश्यों की पूर्ति करके युद्ध का अंत करता है. इजरायल और हमास के बीच युद्ध की लहर पूरे मिडिल ईस्ट में फैल गई और इजरायल और लेबनानी हिज़्बुल्लाह, यमन और ईरान में ईरान समर्थित विद्रोहियों के बीच संघर्ष छिड़ गया.

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