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गाज़ा युद्ध पर ब्रेक! इज़राइल ने हमास की सीज़फायर डील को दी मंजूरी, 72 घंटे में सभी बंधक होंगे अपने घर

इज़राइल और हमास के बीच गाज़ा युद्ध को खत्म करने के लिए ऐतिहासिक समझौते पर मुहर लग गई है. इस डील के तहत इज़राइली सेना युद्धविराम के 24 घंटे के भीतर गाज़ा से पीछे हटेगी और 72 घंटे के अंदर सभी बंधक, जीवित और मृत, रिहा किए जाएंगे. ट्रंप की मध्यस्थता में बनी इस योजना के तहत मानवीय सहायता तुरंत गाज़ा भेजी जाएगी और दोनों पक्षों की निगरानी के लिए अंतरराष्ट्रीय टास्क फोर्स गठित की जाएगी.

गाज़ा युद्ध पर ब्रेक! इज़राइल ने हमास की सीज़फायर डील को दी मंजूरी, 72 घंटे में सभी बंधक होंगे अपने घर
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सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Updated on: 10 Oct 2025 7:23 AM IST

गाज़ा युद्ध के बीच एक ऐतिहासिक समझौते पर मुहर लग चुकी है. इज़राइल, हमास और मिस्र के मध्यस्थों के बीच हुए इस समझौते के तहत यह तय किया गया है कि इज़राइली सेना की वापसी के 72 घंटे के भीतर गाज़ा में बंधक बनाए गए सभी इज़राइली नागरिकों जीवित और मृत को रिहा किया जाएगा. इस समझौते का दस्तावेज़ राष्ट्रपति ट्रंप की 'गाज़ा युद्ध के व्यापक अंत के लिए क्रियान्वयन रूपरेखा' नाम से जारी किया गया है, जिसे इज़राइल के सार्वजनिक प्रसारक KAN ने प्रकाशित किया है.

गाज़ा युद्ध को खत्म करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए इज़राइल सरकार ने हमास और मध्यस्थ देशों के साथ हुए युद्धविराम प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की अध्यक्षता में गुरुवार देर रात हुई कैबिनेट बैठक में अधिकांश मंत्रियों ने इस समझौते के पक्ष में मतदान किया. इस दस्तावेज़ में युद्ध समाप्ति की विस्तृत रूपरेखा बताई गई है, जिसके अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आधिकारिक घोषणा के बाद गाज़ा युद्ध का “पूर्ण अंत” घोषित किया जाएगा. समझौते के मुताबिक, यह कदम इज़राइल सरकार की मंजूरी मिलते ही लागू हो जाएगा और इसके बाद मानवीय सहायता का रास्ता खुल जाएगा.

युद्ध समाप्ति की पहली घोषणा

समझौते की पहली शर्त के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा गाज़ा पट्टी में युद्ध खत्म होने की घोषणा की जाएगी. इसके तुरंत बाद इज़राइल सरकार की स्वीकृति के साथ ही युद्ध आधिकारिक रूप से समाप्त माना जाएगा. दूसरे चरण में, गाज़ा में तत्काल मानवीय सहायता और राहत सामग्री के “पूर्ण प्रवेश” की अनुमति दी जाएगी. संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं राहत कार्यों की निगरानी करेंगी ताकि नागरिकों तक जरूरी मदद समय पर पहुंच सके.

24 घंटे में इज़राइली सेना की वापसी

तीसरे चरण के तहत, इज़राइली रक्षा बल (IDF) को समझौते में तय 'मैप X' के अनुसार अपनी सेनाएं पीछे हटानी होंगी. यह प्रक्रिया अमेरिकी राष्ट्रपति की घोषणा के 24 घंटे के भीतर पूरी की जाएगी. समझौते में यह भी कहा गया है कि 'जब तक हमास समझौते का पूर्ण पालन करेगा, तब तक IDF वापस नहीं लौटेगा.'

72 घंटे में सभी बंधक होंगे रिहा

समझौते के पांचवें चरण में यह सबसे महत्वपूर्ण बिंदु शामिल है इज़राइली सेना की वापसी के 72 घंटे के भीतर, गाज़ा में बंदी बनाए गए सभी इज़राइली नागरिक जीवित और मृत रिहा किए जाएंगे. इस खंड में यह भी जोड़ा गया है कि मृत बंधकों के बारे में जानकारी साझा करने के लिए एक “सूचना-साझा तंत्र (Information-Sharing Mechanism)” बनाया जाएगा, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि सभी शव सुरक्षित रूप से बरामद और वापस किए जा सकें. दस्तावेज़ के अनुसार,“हमास इन प्रतिबद्धताओं की पूर्ति के लिए यथाशीघ्र पूरा प्रयास करेगा.”

बंधक और कैदियों की अदला-बदली

समझौते के अनुसार, जैसे-जैसे हमास बंधकों को रिहा करेगा, वैसे-वैसे इज़राइल समान संख्या में फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ता जाएगा. यह प्रक्रिया मध्यस्थों और ICRC (International Committee of the Red Cross) की निगरानी में बिना किसी सार्वजनिक समारोह या मीडिया कवरेज के संपन्न होगी. अंतिम चरण में यह प्रावधान किया गया है कि एक “टास्क फोर्स” गठित की जाएगी, जिसमें संयुक्त राज्य अमेरिका, क़तर, मिस्र, तुर्की और अन्य सहमत देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. यह टीम दोनों पक्षों के साथ लगातार समन्वय करेगी और समझौते के हर बिंदु के सही क्रियान्वयन की निगरानी करेगी.

नेतन्याहू बोले-‘अब हम अपने सभी बंधकों को घर ला रहे हैं’

कैबिनेट मीटिंग में बोलते हुए प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा, 'हम एक ऐतिहासिक मोड़ पर हैं. बीते दो वर्षों में हमने अपने युद्ध के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए संघर्ष किया है. इन लक्ष्यों में सबसे महत्वपूर्ण था. बंधकों को वापस लाना, चाहे वे जीवित हों या मृत. और अब हम इसे हासिल करने के कगार पर हैं.” उन्होंने आगे कहा कि यह सब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी टीम स्टीव विटकॉफ और जेरेड कुश्नर की असाधारण मदद के बिना संभव नहीं था.

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