Begin typing your search...

Trump को भारी न पड़ जाए भारत से पंगा! भारत, चीन और रूस साथ आए तो अमेरिका की बोलती... एक्सपर्ट की चेतावनी आंख खोलने वाली

Indian-America Relation: ट्रंप ने भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगा दिया है. जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव देखने को मिल रहा है. वहीं एक्सपर्ट का कहना है कि भारत की चीन और रूस एक मजबूत गठबंधन बन सकते हैं, जिससे ट्रंप सरकार पर प्रभाव पड़ेगा. SCO मीटिंग में प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी इसका सबसे बड़ा संकेत है.

Trump को भारी न पड़ जाए भारत से पंगा! भारत, चीन और रूस साथ आए तो अमेरिका की बोलती... एक्सपर्ट की चेतावनी आंख खोलने वाली
X
( Image Source:  @LawrenceSellin, @TimesAlgebraIND )

Indian-America Relation: अमेरिकी एक वक्त पर भारत को अपना परम मित्र बताता था. व्यापार से लेकर राजनीतिक स्तर पर भी दोनों के संबंध अच्छे थे, लेकिन अमेरिका के दूसरी बार राष्ट्रपति बने डोनाल्ड ट्रंप के तेवर अब बदल चुके हैं. उनकी भारत के जगह पाकिस्तान और बाकी के देशों से दोस्ती बढ़ती जा रही है.

CNBC की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका की भारत से दूरी उल्टा उसी को भारी पड़ने वाली है. क्योंकि भारत की चीन और रूस से मित्रता देखने को मिल रही है. ट्रंप की टैरिफ नीति के बाद कई देशों से इसका विरोध किया है. इससे भारत–चीन–रूस गठबंधन सामने आ सकता है.

क्या बोले एक्सपर्ट?

CNBC को दिए एक इंटरव्यू में एनवायू यूनिवर्सिटी में के एड प्राइस ने चेतावनी दी कि अगर चीन, रूस और भारत किसी भी रूप में एक मजबूत गठबंधन बना सकते हैं. 21वीं सदी में अमेरिका उनका मुकाबला नहीं कर पाएगा और उसे अपनी नीति को बदलना ही पड़ेगा. उन्होंने कहा कि भारत-चीन और रूस एक साथ हो गए तो अमेरिका उनके साथ टिक नहीं पाएगा.

प्राइस का तर्क था कि अमेरिका की सख्त नीति के बाद भारत के पास रूस और चीन से अपने रिश्ते मजबूत कर रहा है. उन्होंने कहा, अगर आप भारत पर 50% शुल्क लगा दें, तो भारत व्यापार के लिए दूसरे विकल्पों की ओर बढ़ जाएगा. SCO मीटिंग में प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी इसका सबसे बड़ा संकेत है. वह कहते हैं कि अमेरिका एक बहुपक्षीय व्यापार संगठन को एकतरफा आकार दे रहा है, जिससे केवल चीन को भी फायदा होगा. क्योंकि भारत-चीन के बीच व्यापार नीतियां मजबूत हो सकती हैं.

SCO की बैठक दिखा अलग नजारा

हाल ही में चीन के शंघाई में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक हुई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ नजर आए.

इस दौरान तीनों नेताओं के बीच व्यापार और रक्षा संबंधी कई मुद्दों पर चर्चा की गई.

भारत से ट्रंप की बगावत

हाल ही में डोनाल्ड ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर कहा कि भारत ने अमेरिका की वस्तुओं पर जीरो टैक्स लगाने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन अब समय जा चुका है. उन्होंने दोनों देशों के बीच व्यापार संबंधों को एकतरफा आपदा करार दिया और लिखा, कम लोग जानते हैं कि हम भारत के साथ बहुत कम व्यापार करते हैं, जबकि वे हमारे साथ जबरदस्त व्यापार करते हैं. वे हमसे बहुत ज्यादा माल बेचते हैं, हम उन्हें बहुत कम बेचते हैं. यह दशकों से दिखा रहा है.

डोनाल्ड ट्रंपवर्ल्‍ड न्‍यूज
अगला लेख