कितना ताकतवर होगा दुनिया का पहला 6th जेनरेशन फाइटर जेट F-47? डोनाल्ड ट्रंप ने बोइंग को दिया ठेका
नया F-47 फाइटर जेट, वायुसेना के पुराने F-22 रैप्टर को रिप्लेस करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो 2000 के दशक की शुरुआत से अमेरिकी वायुसेना के बेड़े का हिस्सा रहा है. अमेरिकी वायुसेना प्रमुख जनरल डेविड ऑल्विन ने F-47 को अब तक का सबसे घातक और उन्नत लड़ाकू विमान करार दिया.

दुनिया की प्रमुख सैन्य ताकतें अब छठी पीढ़ी के लड़ाकू विमानों (6th Generation Fighter Jets) के विकास की दिशा में आगे बढ़ रही हैं. ये विमान आधुनिक युद्धक्षेत्र की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किए जा रहे हैं और अपने पूर्ववर्तियों—पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट्स जैसे F-22 Raptor और F-35 Lightning II—की तुलना में कई उन्नत क्षमताओं से लैस होंगे.
इसी कड़ी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को अमेरिकी विमान निर्माता कंपनी बोइंग को वायुसेना के लिए अगली पीढ़ी के हाई-टेक F-47 फाइटर जेट के विकास के लिए एक कॉन्ट्रैक्ट देने की घोषणा की, जिसके बाद छठी पीढ़ी का लड़ाकू विमान एक बार फिर चर्चा में है. ट्रंप ने व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में पत्रकारों से कहा, "अमेरिका की शीर्ष एयरोस्पेस कंपनियों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद, वायुसेना अगली पीढ़ी के एयर डॉमिनेंस (NGAD) प्लेटफॉर्म का ठेका बोइंग को देने जा रही है." तो कितना ताकतवर होगा F-47 और कैसे फाइटर जेट की दुनिया में तहलका मचा सकता है, आइए जान लेते हैं.
F-47: दुनिया का पहला छठी पीढ़ी का फाइटर जेट
F-47 अमेरिका का पहला छठी पीढ़ी का लड़ाकू विमान है, जिसे बोइंग द्वारा विकसित किया जा रहा है. इसे US Air Force के Next Generation Air Dominance (NGAD) प्रोग्राम के तहत बनाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य भविष्य के युद्धक्षेत्र में अमेरिकी वायु शक्ति को अजेय बनाना है. F-47 उन्नत स्टील्थ टेक्नोलॉजी, हाइपरसोनिक हथियारों, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), और मानव-ड्रोन टीमिंग जैसी अत्याधुनिक क्षमताओं से लैस होगा. यह न केवल दुश्मन के रडार को चकमा देने में सक्षम होगा, बल्कि मानवरहित ड्रोन के साथ मिलकर ऑपरेशन को अंजाम देगा. यह विमान तेज गति, लंबी दूरी और स्वायत्त युद्ध तकनीक के साथ हवा में अमेरिका की बढ़त को बरकरार रख सकेगा और भविष्य के हवाई युद्ध को नई परिभाषा देगा.
F-47: पुरानी तकनीक को पीछे छोड़ते हुए नई उड़ान
यह सौदा अमेरिकी वायुसेना के पुराने F-22 स्टील्थ फाइटर जेट को बदलने की दिशा में एक बड़ा कदम है, जो पिछले दो दशकों से सेवा में है. नया F-47 फाइटर जेट न केवल मानव चालित (Crewed) ऑपरेशन में अपनी ताकत दिखाएगा, बल्कि इसे ड्रोन विमानों के साथ समन्वय में उड़ान भरने के लिए भी तैयार किया जाएगा, जिससे यह युद्ध के मैदान में बेहद प्रभावी साबित होगा.
F-47 क्यों खास है?
नया F-47 फाइटर जेट, वायुसेना के पुराने F-22 रैप्टर को रिप्लेस करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो 2000 के दशक की शुरुआत से अमेरिकी वायुसेना के बेड़े का हिस्सा रहा है. यह विमान अत्याधुनिक तकनीकों से लैस होगा और ड्रोन विमानों के साथ मिलकर काम कर सकेगा, जिससे यह लड़ाई में अधिक लचीलापन और ताकत प्रदान करेगा.
दुनिया का पहला छठी पीढ़ी का मानव चालित फाइटर जेट
अमेरिकी वायुसेना प्रमुख जनरल डेविड ऑल्विन ने F-47 को अब तक का सबसे घातक और उन्नत लड़ाकू विमान करार दिया. उन्होंने कहा, "यह विमान किसी भी प्रतिद्वंदी को हराने और वायुसेना की ताकत को और मजबूत करने के लिए डिज़ाइन किया गया है." इसके अलावा, F-47 में पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट्स की तुलना में लंबी रेंज, बेहतर स्टील्थ क्षमता और अधिक टिकाऊपन होगा, जिससे यह अधिक किफायती और भविष्य के खतरों का सामना करने में सक्षम रहेगा.
छठी पीढ़ी के फाइटर जेट की प्रमुख संभावित विशेषताएं
- Undetectable Stealth Technology: छठी पीढ़ी के लड़ाकू विमान बेहद उन्नत स्टील्थ टेक्नोलॉजी से लैस होंगे, जिससे वे दुश्मन के रडार, इंफ्रारेड सेंसर और अन्य डिटेक्शन सिस्टम से बचने में सक्षम होंगे. इन विमानों में "ऑप्टिकल स्टील्थ" तकनीक का इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे यह संभव हो सकेगा कि विमान लगभग अदृश्य लगे.
- Manned-Unmanned Teaming: छठी पीढ़ी के लड़ाकू विमान पूरी तरह से मानव रहित (Unmanned) या मानव-ड्रोन समन्वय (MUM-T) में संचालित किए जा सकेंगे. इस तकनीक में एक पायलटेड विमान और उसके साथ कई ड्रोन एयरक्राफ्ट एक साथ मिलकर मिशन को अंजाम देंगे. ड्रोन दुश्मन के इलाके में घुसकर खुफिया जानकारी इकट्ठा करेंगे, जमीनी लक्ष्यों पर हमले करेंगे, और मानव चालित विमानों को सुरक्षा प्रदान करेंगे.
- हाइपरसोनिक और लेजर हथियारों का उपयोग: छठी पीढ़ी के फाइटर जेट्स हाइपरसोनिक मिसाइलों को ले जाने में सक्षम होंगे, जो Mach 5 (ध्वनि की गति से 5 गुना तेज) से अधिक गति से यात्रा कर सकती हैं. साथ ही, इनमें डायरेक्ट एनर्जी वेपन्स (Laser & Microwave Weapons) का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे ड्रोन, मिसाइल और अन्य लक्ष्यों को नष्ट किया जा सकेगा.
- AI-पावर्ड युद्ध प्रणाली : ये विमान AI-पावर्ड युद्ध प्रणाली से लैस होंगे, जो स्वायत्त रूप से निर्णय ले सकेगी और रियल-टाइम डेटा विश्लेषण कर युद्ध की रणनीति बनाएगी. छठी पीढ़ी के जेट्स एक ऐसे सिस्टम का हिस्सा होंगे, जिससे वे अन्य विमान, ड्रोन, ग्राउंड यूनिट्स और स्पेस बेस्ड प्लेटफॉर्म्स के साथ रियल-टाइम डेटा साझा कर सकेंगे.