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भारत-पाकिस्तान के बीच होता परमाणु युद्ध, व्यापार की धमकी देकर मैंने रोका... ट्रंप ने फिर दोहराया; कहा- 7 फाइटर जेट मार गिराए गए

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित युद्ध को रोका था. ट्रंप के मुताबिक, यह टकराव परमाणु युद्ध तक पहुंच सकता था. ट्रंप ने कहा, “भारत और पाकिस्तान का युद्ध अगले स्तर पर जा चुका था, यहां तक कि सात लड़ाकू विमान गिराए जा चुके थे. हालात बहुत गंभीर थे. मैंने साफ कहा कि अगर लड़ाई बंद नहीं हुई तो अमेरिका किसी तरह का व्यापार नहीं करेगा. मैंने 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया और फिर अचानक कहा गया- अब कोई युद्ध नहीं है."

भारत-पाकिस्तान के बीच होता परमाणु युद्ध, व्यापार की धमकी देकर मैंने रोका... ट्रंप ने फिर दोहराया; कहा- 7 फाइटर जेट मार गिराए गए
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( Image Source:  ANI )

Donald Trump on India Pakistan War: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि उन्होंने दुनिया में कई बड़े युद्धों को रोकने में भूमिका निभाई है. सोमवार को व्हाइट हाउस में प्रेस से बातचीत के दौरान ट्रंप ने कहा कि उनकी लिस्ट अब छह से सात युद्धों तक पहुंच चुकी है. ट्रंप ने बताया कि इनमें से चार युद्ध उन्होंने ट्रेड टैरिफ को हथियार बनाकर रोके. उन्होंने दोहराया कि मई 2019 में भारत-पाकिस्तान के बीच संभावित परमाणु युद्ध को उन्होंने रोकने में अहम भूमिका निभाई थी. हालांकि भारत इस दावे से साफ इनकार करता रहा है.

सोमवार को ट्रंप ने अपनी लिस्ट में रूस-यूक्रेन युद्ध को भी शामिल कर लिया, जिसे वह 'सेटल' करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा, “मैंने सोचा था कि सात में से यह सबसे आसान होगा, लेकिन युद्ध में कुछ भी हो सकता है.”

'पुतिन वाकई युद्ध खत्म करना चाहते हैं'

ट्रंप ने हाल ही में व्लादिमीर पुतिन और वोलोदिमिर जेलेंस्की से मुलाकात की और दावा किया कि जल्द ही डील हो सकती है. उन्होंने पुतिन की अमेरिका के अलास्का दौरे की सराहना करते हुए कहा कि यह इस बात का संकेत है कि पुतिन वाकई युद्ध खत्म करना चाहते हैं.

NATO से हथियार बेचते हैं, सीधे पैसा नहीं देते- ट्रंप

नाटो और यूक्रेन को अमेरिकी मदद पर पूछे गए सवालों पर ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन की आलोचना करते हुए कहा कि अब अमेरिका सीधे तौर पर यूक्रेन को पैसा नहीं देता. उन्होंने कहा, “हम नाटो को हथियार बेचते हैं और वही उन्हें यूक्रेन को देते हैं.” हालांकि ट्रंप की मध्यस्थता से अब तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है, लेकिन उनके डिप्टी जे.डी. वांस का कहना है कि बातचीत में समय लगेगा.

इस बीच, भारत भी इस पूरे घटनाक्रम के केंद्र में आ गया है. अमेरिकी अधिकारियों ने दावा किया कि भारत पर लगाए गए 50% तक के टैरिफ (25+25%) रूस को बातचीत की टेबल तक लाने के लिए आर्थिक दबाव का हिस्सा थे. वहीं, मोदी सरकार अब घरेलू मोर्चे पर नई घोषणाओं और कूटनीतिक समीकरणों के जरिए प्रतिक्रिया दे रही है.

वर्ल्‍ड न्‍यूजडोनाल्ड ट्रंप
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