आखिर बाज नहीं आए ट्रंप! चीन पर ठोक दिया 104% टैरिफ़, अब क्या करेगा ड्रैगन?
व्हाइट हाउस ने पुष्टि की है कि अमेरिका 9 अप्रैल से चीन से आने वाले आयातित उत्पादों पर 104 प्रतिशत टैरिफ (शुल्क) लगाएगा. यह फैसला पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 7 अप्रैल को दिए गए चेतावनी भरे बयान के बाद लिया गया है, जिसमें उन्होंने चीन के खिलाफ सख्त व्यापारिक कदम उठाने की बात कही थी.

व्हाइट हाउस ने पुष्टि की है कि अमेरिका 9 अप्रैल से चीन से आने वाले आयातित उत्पादों पर 104 प्रतिशत टैरिफ (शुल्क) लगाएगा. यह फैसला पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 7 अप्रैल को दिए गए चेतावनी भरे बयान के बाद लिया गया है, जिसमें उन्होंने चीन के खिलाफ सख्त व्यापारिक कदम उठाने की बात कही थी. सरकार का कहना है कि यह कदम अमेरिका की घरेलू अर्थव्यवस्था और उद्योगों की रक्षा के लिए उठाया जा रहा है, ताकि चीन से हो रहे सस्ते आयात पर लगाम लगाई जा सके. यह नया टैरिफ कई प्रमुख क्षेत्रों को प्रभावित करेगा, जिसमें टेक्नोलॉजी, स्टील और इलेक्ट्रॉनिक्स शामिल हैं.
इस फैसले के बाद अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव और गहराने की आशंका जताई जा रही है. विशेषज्ञों का मानना है कि इससे वैश्विक बाजारों पर भी असर पड़ सकता है और दोनों देशों के बीच कारोबारी रिश्ते और तनावपूर्ण हो सकते हैं.
ट्रंप ने पहले ही दे चुका था धमकी
इस हफ्ते की शुरुआत में डोनाल्ड ट्रंप ने बयान दिया था कि अगर चीन ने अमेरिका से आयातित वस्तुओं पर लगाए गए अपने जवाबी टैक्स को एक दिन के अंदर वापस नहीं लिया, तो उस पर पहले से लागू 34% शुल्क के अलावा 50% और अतिरिक्त शुल्क लगाया जाएगा. अब व्हाइट हाउस ने इस संयुक्त टैरिफ की पुष्टि करते हुए इसे 9 अप्रैल से लागू कर दिया है.
अमेरिका द्वारा लगाए गए 34% टैरिफ के जवाब में चीन ने भी 10 अप्रैल से प्रभावी होने वाला 34% का जवाबी शुल्क घोषित कर दिया है। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा है कि वह अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए प्रतिरोधात्मक कदम उठाएगा और अमेरिका पर शुल्क बढ़ाने और आर्थिक दबाव बनाने का आरोप लगाया है. चीन के वित्त मंत्रालय ने इसके साथ ही समारियम, गेडोलिनियम, टरबियम, डाइसप्रोसियम, ल्यूटेशियम, स्कैंडियम और इट्रियम जैसे दुर्लभ तत्वों के निर्यात पर नए नियंत्रण लागू किए हैं, जो 4 अप्रैल से प्रभावी हो गए हैं.
इस टकराव का असर वैश्विक बाजारों पर भी पड़ा है. S&P 500 अपने फरवरी शिखर से 20% गिर चुका है, जबकि डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में 17% की गिरावट आई है. नैस्डैक पहले ही बियर मार्केट में प्रवेश कर चुका है. चीन में, हांग सेंग टेक इंडेक्स में एक महीने में 27% की गिरावट दर्ज हुई है और युआन जनवरी के बाद सबसे निचले स्तर पर आ गया है. इसके विपरीत, चीनी सरकारी बॉन्ड्स में जबरदस्त तेजी देखी गई है. इसके अलावा, 2 अप्रैल को ट्रंप ने भारत से आयात होने वाले उत्पादों पर 26% का नया टैरिफ लगाने की घोषणा की, जिसे उन्होंने 'जवाबी शुल्क' बताते हुए एक व्यापक व्यापार नीति बदलाव का हिस्सा बताया.