कनाडाई PM ट्रूडो पर हिंदूफोबिया का लगा आरोप, कंजर्वेटिव दल के नेता पियरे ने साधा निशाना!
कनाडा में हिंदूओं और सिखों का मुद्दा हमेशा ही सुर्खियों में रहता है. एक बार फिर देश में कंजर्वेटिव दल के नेता पियरे पोलीवरे ने पीएम ट्रूडो पर हिंदू विरोधी होने का आरोप लगाया है. अलगाववादी संगठन SFJ लगातार ही हिंदू विरोध कार्यक्रमों में शामिल रहता है.

कनाडा के कंजर्वेटिव दल के नेता पियरे पोलीवरे ने प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पर समुदाय को विभाजित करने का आरोप लगाया है. मुख्य विपक्षी दल के नेता ने खालिस्तान समर्थकों द्वारा हिंदूओं को देश छोड़ने के लिए किए गए आह्वान को अस्वीकार्य बताया है और साथ ही ये भी कहा कि प्रधानमंत्री समुदायों को बांटने का कार्य कर रहे हैं.
शुक्रवार को मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि 'हिंदूओं को पूजा करने, अपने परिवार को पालने और बिना किसी डर या धमकी के शांति से रहने का अधिकार है.” साथ ही ये भी कहा कि, “हमें लोगों को आस्था, परिवार और स्वतंत्रता, कड़ी मेहनत और देशभक्ति के हमारे साझा कनाडाई मूल्यों के इर्द-गिर्द एक साथ लाने की जरूरत है.'
ट्रूडो पर तीखा हमला
पियरे ने ट्रूडो पर भी हमला किया और कहा, “हिंदू विरोधी और हिंदूफोबिया एजेंडे के लिए (कनाडा में) कोई जगह नहीं है. मुझे आश्चर्य है कि प्रधानमंत्री हमारे लोगों को कैसे विभाजित कर रहे हैं. हम सब यहां साथ-साथ रह रहे थे. अब हर कोई लड़ रहा है.”
कनाडाई हिंदीओं का समर्थन
उत्तरी अमेरिका में हिंदूओं के संगठन CoHNA (Coalition of Hindus in North America ) के कनाडाई ईकाई के अध्यक्ष ऋषभ सारस्वत ने पियरे पोलीवरे का धन्यवाद किया. कनाडा में हिंदूफोबिया को पहचानने और समझने के लिए धन्यवाद किया. ऋषभ ने कहा कि “हिंदू कनाडाई लोगों के सामने आने वाली चुनौतियों की यह स्वीकृति, जिसमें हमारे समुदाय पर नफरत और हमलों को बढ़ावा देना शामिल है, इन मुद्दों को प्रभावी ढंग से संबोधित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.”
कनाडाई हिंदू चैंबर ऑफ कॉमर्स ने भी पोलीवरे द्वारा हिंदूफोबिया को स्वीकार किए जाने का स्वागत किया. चैंबर के अध्यक्ष कुशाग्र दत्त शर्मा ने कहा, "कनाडाई हिंदू कनाडा का अभिन्न अंग हैं और सभी नागरिकों की तरह हमें भी बिना किसी दबाव के स्वतंत्र रूप से अपना जीवन जीने और अपनी मान्यताओं का पालन करने का पूरा अधिकार है.
लगे थे हिंदू विरोधी नारे
दरअसल इसी वर्ष 18 अगस्त को, खालिस्तान समर्थक समूह वार्षिक भारत दिवस परेड, स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम स्थल पर इकठ्ठे हुए और अन्य नारों के साथ-साथ “कनाडाई हिंदू भारत वापस जाओ” के नारे लगाते सुने गए.
यह प्रदर्शन अलगाववादी समूह सिख फॉर जस्टिस या एसएफजे द्वारा आयोजित तथाकथित खालिस्तान रैली का हिस्सा था, और इसके पहले भी कई बार इस प्रकार के नारों और कार्यक्रमों का आयोजन इस संगठन द्वारा किया जाता रहा है.
क्या है सिख फॉर जस्टिस
सिख फॉर जस्टिस एक अलगाववादी संगठन है जो भारत से पंजाब को अलग कर खालिस्तान बनाने का समर्थन करता है. एसएफजे संगठन को 2009 में गुरुपतवंत सिंह पन्नु ने बनाया था और ये लगातार भारत विरोधी कार्यों में लगा रहता है. इसने 28 जुलाई 2024 को कनाडा के कैलगेरी में रिफरेंडम को आयोजन किया था, जिसमें कथित तौर पर कई सिखों ने भाग लिया था. भारत सरकार ने 2019 और इस साल 2024 में संगठन को 5 सालों के लिए बैन कर दिया है और साथ ही इसे एक आंतकवादी संगठन भी घोषित किया है.