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आदानी पावर ने क्यों की बांग्लादेश की बत्ती गुल! जानें पड़ोसी देश पर क्या पड़ेगा असर

बांग्लादेश इस समय बिजली गुल की समस्या से जूझ रहा है. दरअसल अडानी पावर (Adani Power) ने बांग्लादेश को बिजली की सप्लाई आधी कर दी है. इसके साथ ही यह भी चेतावनी दी गई है. यदि बकाया नहीं भरा गया तो इस स्पलाई को पूरी तरह से रोक दिया जाएगा.

आदानी पावर ने क्यों की बांग्लादेश की बत्ती गुल! जानें पड़ोसी देश पर क्या पड़ेगा असर
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( Image Source:  ANI/Freepik )
सार्थक अरोड़ा
Edited By: सार्थक अरोड़ा

Updated on: 3 Nov 2024 7:35 AM IST

अदानी पावर की सहायक कंपनी अदानी पावर झारखंड लिमिटेड (APJL) ने हारही में 846 मिलियन डॉलर के बकाया का हवाला देते हुए बांग्लादेश को अपनी बिजली आपूर्ति आधी कर दी है. कंपनी के इस कदम ने बांग्लादेश पर वित्तीय और ऊर्जा से जूझ रहे संकट पर बड़ा दबाव डाला है. कंपनी की ओर से बिजली कटौती की शुरुआत गुरुवार रात से हुई थी .

दरअसल बांग्लादेश सरकार पर इस समय 846 मिलियन अमेरिकी डॉलर का बकाया है. इसे अब तक चुकाया नहीं गया है. सरकार की ओर से इस राशि को चुकाने में होने वाली देरी के कारण देश में गहरा बिजली संकट पैदा हो गया है. अडानी पॉवर की यह आपूर्ति कमी बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था और जनता के लिए एक बड़ी समस्या बनती जा रही है, क्योंकि इससे बिजली की कमी और बढ़ते संकट का सामना करना पड़ रहा है.

बिजली संकट से जूझ रहा देश

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार देशे में 1600 मेगावॉट से अधिक बिजली की कमी आई है. अब कंपनी आधी पावर सप्लाई कर रहा है. जिसके बाद केवल 700 मेगावॉट दिया जा रहा है. इस समय, बांग्लादेश मुद्रास्फीति, मुद्रा अवमूल्यन और विदेशी मुद्रा संकट के कारण महत्वपूर्ण वित्तीय तनाव से जूझ रहा है जो दैनिक जीवन और आर्थिक स्थिरता को प्रभावित कर रहा है.

बिजली संकट का क्या पड़ेगा असर

बांग्लादेश पर बिजली संकट ऐसे समय पर आया है. जब देश को आर्थिक मंदी और तेजी से शहरीकरण और द्योगिक विस्तार के कारण बढ़ती ऊर्जा मांग का सामना करना पड़ रहा है. इन मागों को पूरा करने के लिए देश इंपोर्टेड एनर्जी संसाधनों पर निर्भर हैं. लेकिन हाई ग्लोबल एनर्जी कीमतों ने आयात को तेजी से महंगा बना दिया है, जिससे बांग्लादेश के विदेशी मुद्रा भंडार पर दबाव पड़ रहा है. वहीं अब आदाणी पावर द्वारा बिजली की आपूर्ति को आधा करने से बिजली की कमी गहराई है. इसमें उद्योगों, बिजनेस और घरों में ब्लैकआउट जैसी स्थिति हो गई है.

30 अक्टूबर थी आखिरी तारीख

ऐसा नहीं है कि कटौती करने से पहले बांग्लादेश को इसकी सूचना नहीं दी गई थी. इससे पहले कंपनी ने पत्र लिखकर बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड (PDB) से 30 अक्टूबर तक बकाया राशि का भुगतान करने को कहा था. भेजे गए पत्र में लिखा गया था कि कंपनी 31 अक्टूबर को बिजली आपूर्ति बंद कर पावर परचेज एग्रीमेंट (PPA) के तहत सुधारात्मक कार्रवाई करने को बाध्य होगी. कंपनी ने कहा कि पीडीबी ने न तो बांग्लादेश कृषि बैंक से 170.03 मिलियन अमरीकी डालर की राशि के लिए लेटर ऑफ क्रेडिट (LC) उपलब्ध कराया है और न ही 846 मिलियन अमरीकी डालर की बकाया राशि का भुगतान किया है.

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