52 करोड़ रुपये का एक केला खरीदकर खाया शख्स, आखिर क्या है इसमें खास?
जस्टिन सन में कुछ दिन पहले न्यूयॉर्क के सोथबी में एक आर्ट नीलामी के कार्यक्रम से इस केले को खरीदा था. जिस पर सिर्फ एक टेप चिपका हुआ था और बोली 52 करोड़ तक लगी थी. अब सन ने केले खाकर इसकी खासियत के बारे में बताया है. उन्होंने बताया कि "यह अन्य केलों से कहीं बेहतर है. यह सच में बहुत बढ़िया हैं." उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने वाले प्रत्येक व्यक्ति को स्मृति चिन्ह के रूप में एक केला और डक्ट टेप का एक रोल दिया गया.

China News: देश-विदेश में अक्सर अजीबोगरीब मामले सामने आते हैं. हाल ही में एक चीन के क्रिप्टोकरेंसी चीफ जस्टिन सन ने 52 करोड़ का एक केला खरीदा था, जिसे अब उन्होंने खा लिया है. यह मुद्दा सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में रहा. हर कोई सोच में पड़ा है कि केले में ऐसा क्या खास है, जिसकी कीमत करोड़ों की है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जस्टिन सन में कुछ दिन पहले न्यूयॉर्क के सोथबी में एक आर्ट नीलामी के कार्यक्रम से इस केले को खरीदा था. जिस पर सिर्फ एक टेप चिपका हुआ था और बोली 52 करोड़ तक लगी थी. अब सन ने केले खाकर इसकी खासियत के बारे में बताया है.
केला खाकर क्या बोले जस्टिन सन?
जानकारी के अनुसार शुक्रवार को हांगकांग स्थित एक हॉटल में जस्टिन सन ने मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि 52 करोड़ की कीमत वाले केले की बात की. इस आर्ट को तालवी कलाकार मौरिज़ियो कैटेलन ने बनाया था. जो कि काफी महंगा बिका. सन ने इस दौरन उस केले को खा लिया. फिर फल के बारे में उन्होंने बताया कि "यह अन्य केलों से कहीं बेहतर है. यह सच में बहुत बढ़िया हैं." उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने वाले प्रत्येक व्यक्ति को स्मृति चिन्ह के रूप में एक केला और डक्ट टेप का एक रोल दिया गया.
एक हफ्ते बाद खाया केला
सन ने पिछले सप्ताह ही टेप लगे इस केले को खरीदा था. फिर अब इस फल को खा लिया. ताकि इसे आर्ट के इतिहास का हिस्सा बनाया जा सके. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में मैं इस अनूठे कलात्मक अनुभव के हिस्से के रूप में व्यक्तिगत रूप से केला खाऊंगा, जिससे कला इतिहास और लोकप्रिय संस्कृति दोनों में इसके स्थान का सम्मान होगा." सन ने कहा कि "यह महज एक कलाकृति नहीं है. यह एक सांस्कृतिक घटना का प्रतिनिधित्व करता है जो कला, मीम्स और क्रिप्टोकरेंसी समुदाय की दुनिया को जोड़ता है." बता दें कि केला 74 वर्षीय आलम ने कलाकार को बेचा था. अपर ईस्ट साइड में सोथबी के बाहर काम करने वाले आलम ने कहा कि उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि उन्होंने केवल 35 सेंट में जो फल बेचा था, उसकी इतनी बड़ी कीमत मिल जाएगी.