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अमेरिका में क्यों गूंजी पाक के पूर्व PM इमरान खान की रिहाई की मांग? 46 सांसदों ने की बाइडन से अपील

Imran Khan: 46 अमेरिकी सांसदों ने राष्ट्रपति बाइडेन से पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई के लिए दबाव बनाने की अपील की है. मानवाधिकार उल्लंघन, चुनावी अनियमितताओं और सोशल मीडिया बैन की आलोचना की. पाकिस्तान ने प्रस्ताव को विदेशी हस्तक्षेप बताकर खारिज कर दिया, जिससे घरेलू राजनीतिक बहस छिड़ गई.

अमेरिका में क्यों गूंजी पाक के पूर्व PM इमरान खान की रिहाई की मांग? 46 सांसदों ने की बाइडन से अपील
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Pakistan PM Imran Khan
सचिन सिंह
Edited By: सचिन सिंह

Updated on: 17 Nov 2024 7:28 PM IST

Pakistan PM Imran Khan: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और अन्य राजनीतिक बंदियों की रिहाई की मांग अब अमेरिका में भी गुंज उठी है, जहां 46 अमेरिकी सांसदों ने राष्ट्रपति जो बाइडेन से इमरान खान की रिहाई के लिए अमेरिका पर दबाव बनाने की अपील की है.

जियो टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस के सदस्यों सुसान वाइल्ड और जॉन जेम्स के नेतृत्व में द्विदलीय अपील में संयुक्त राष्ट्र कार्य समूह की रिपोर्ट के निष्कर्षों के मुताबिक सुरक्षा की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के अमेरिकी विंग की ओर से एक्स प्लेटफॉर्म पर शेयर किए गए पत्र में डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन दोनों पार्टियों के प्रतिनिधियों की भागीदारी पर जोर दिया गया.

अमेरिकी सांसदों की अपील

सांसदों ने पाकिस्तान में राजनीतिक कैदियों, मानवाधिकारों के हनन और पाकिस्तान में लोकतांत्रिक सिद्धांतों के बारे में पाकिस्तानी-अमेरिकी समुदाय की चिंताओं को दूर करने में विफल रहने के लिए पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत डोनाल्ड ब्लोम की आलोचना की.

सांसदों की अपील में H. Res. 901 का हवाला दिया गया, जिसमें पाकिस्तान में कथित मानवाधिकार उल्लंघनों और इसमें नीतिगत बदलाव की बात कही गई है. उन्होंने फरवरी 2024 के चुनावों के दौरान व्यापक अनियमितताओं के बाद देश में त्रुटिपूर्ण चुनावी प्रक्रिया पर चिंता व्यक्त की. इनमें पीटीआई समर्थकों को कथित रूप से मताधिकार से वंचित करना, परिणामों में हेराफेरी करना और प्रमुख राजनीतिक हस्तियों की गिरफ्तारी शामिल है.

इंटरनेट बैन पर भी आलोचना

इमरान खान अगस्त 2023 से जेल में हैं. लेटर में पीटीआई नेताओं यास्मीन राशिद और शाह महमूद कुरैशी की लंबे समय तक हिरासत में रहने का भी जिक्र किया गया है, जिसमें विपक्षी सदस्यों की सामूहिक गिरफ्तारी और मनमाने ढंग से हिरासत में लिए जाने की बातें कही गई है. विधायकों ने इंटरनेट की गति को कम करने सहित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पाकिस्तान के प्रतिबंधों की भी आलोचना की.

पाकिस्तान ने विदेशी हस्तक्षेप से किया मना

पाकिस्तान सरकार ने कांग्रेस के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है और इसे देश के राजनीतिक और चुनावी प्रक्रिया का गलत जिक्र बताया है. पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) की शेरी रहमान समेत विपक्षी नेताओं ने सांसदों के पत्र की निंदा की और इसे घरेलू मामलों में विदेशी हस्तक्षेप और अंतरराष्ट्रीय मानदंडों का उल्लंघन बताया.

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