September 26, 2025
इस बार 30 सितंबर को अष्टमी और 1 अक्टूबर नवमी को कन्या पूजन किया जाएगा. इस दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है.
परंपरा के अनुसार आमतौर पर अष्टमी या नवमी तिथि को कन्या पूजन किया जाता है.
पूजन की पूर्व संध्या पर कन्याओं को सम्मानपूर्वक आमंत्रित करें ताकि वे समय से पहुंच सकें.
उनका स्वागत शुद्ध पानी से पैर धोकर करें और हल्के भोजन व सूखे फल आदि से उनका आतिथ्य करें.
उन्हें आसन पर बिठाएं, माथे पर तिलक लगाएं, फूल और फल दें, हलवा-पूरी आदि भोग अर्पित करें.
पूजा के बाद कन्याओं को उपहार, कपड़े, चूड़ियां या दक्षिणा देना शुभ माना जाता है.
विदाई में उनका हाथ छूकर आशीर्वाद लें, और शुभकामनाएं देकर उन्हें विदा करें.