September 24, 2025
देश भर में शारदीय नवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है और गरबा की मस्ती में लोग झूमते नजर आ रहे हैं.
नवरात्रि सिर्फ 9 दिन का त्योहार नहीं, बल्कि यह मां दुर्गा की भक्ति और खुशियों का उत्सव है. गरबा इसके दिल की धड़कन है.
गरबा सिर्फ कदमों का खेल नहीं, यह उमंग, भक्ति और उत्साह की झलक है.
परिवार, दोस्त और पूरा समुदाय गरबा में साथ आता है. यही वजह है कि नवरात्रि गरबा के बिना अधूरी लगती है.
गरबा के ताल और रिदम से शरीर में ऊर्जा बढ़ती है, तनाव दूर होता है और मन खुश रहता है.
सजी-धजी ड्रेस, चूड़ियां और चमकदार आउटफिट गरबा को बनाते हैं और त्योहार की खुशी को दोगुना कर देते हैं.
ढोल, भजन और लोकगीत गरबा को बनाते हैं यादगार और हर दिल को जोड़ते हैं.
गरबा हमारी सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है. यह सिर्फ नृत्य नहीं, बल्कि हमारी जड़ों की पहचान है.
गरबा के बिना नवरात्रि का उत्सव अधूरा है. यही कारण है कि लोग हर साल इसे बड़े उत्साह और प्यार के साथ मनाते हैं.