October 7, 2025
हर साल अक्टूबर-नवंबर में दिल्ली की हवा खराब हो जाती है. मास्क और एयर प्यूरीफायर के साथ-साथ अपने खानपान का भी ध्यान रखें. कुछ खाद्य पदार्थों से बचना जरूरी है!
स्ट्रीट फूड खुले में बनता है, जहां हवा के प्रदूषक (जैसे कार्बन मोनोऑक्साइड) खाने पर जम सकते हैं. इससे सांस और पेट की समस्याएं हो सकती हैं. घर का ताजा खाना चुनें
खुले में रखे फल-सब्जियां धूल और प्रदूषक सोख लेते हैं. इन्हें कच्चा खाने से फेफड़ों और लीवर पर असर पड़ सकता है. फल-सब्जियों को अच्छे से धोएं, छीलें या पकाएं.
खराब AQI के दौरान पानी में भी प्रदूषक घुल सकते हैं. गंदा पानी पीने या खाना बनाने से पेट में इन्फेक्शन हो सकता है. हमेशा फ़िल्टर्ड या बोतलबंद पानी इस्तेमाल करें.
त्योहारों में खुले बुफे का खाना धूल और प्रदूषकों से दूषित हो सकता है. इससे स्वाद खराब होने के साथ एलर्जी भी हो सकती है. घर के अंदर ताजा पकाया खाना खाएं.
दूध, दही, पनीर जैसी चीजें अगर ठीक से पैक न हों, तो प्रदूषक सोख सकती हैं. प्रदूषित हवा गायों के दूध को भी प्रभावित कर सकती है. pasteurized और रेफ्रिजरेटेड डेयरी उत्पाद चुनें.
शरूम नमी में उगते हैं और हवा के प्रदूषक आसानी से सोख लेते हैं. खराब AQI में इन्हें खाने से बचें.
हवा के प्रदूषक पानी में घुलकर मछलियों को दूषित कर सकते हैं. बड़ी मछलियों की तुलना में छोटी मछलियां (जैसे सार्डिन) सुरक्षित हैं.