यहां 40 दिन माइनस रहता है तापमान, जानें क्या है चिल्ला-ए-कलां

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कश्मीर में शुरू हुआ चिल्ला-ए-कलां?

कश्मीर की सुंदरता की बात ही कुछ और है, लेकिन यहां ठंड से लोगों का हाल बेहाल हो जाता है. ऐसे ही कश्मीर में चिल्ला-ए-कलां शुरू हो गया है. चलिए जानते हैं आखिर यह है क्या?

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क्या है चिल्ला-ए-कलां?

चिल्ला-ए-कलां कश्मीर की पारंपरिक सर्दियों का समय है, जिसमें सबसे ज्यादा ठंड पड़ती है.

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40 दिन तक माइनस तापमान

चिल्ला-ए-कलां 40 दिनों तक चलता है, जिसमें तापमान माइनस में रहता है. यानी इस दौरान शरीर गलने वाली ठंड होती है.

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कब से कब तक रहता है?

आमतौर पर चिल्ला-ए-कलां दिसंबर के आखिरी हफ्ते से शुरू होकर जनवरी के अंत तक चलता है.

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क्या है चिल्ला-ए-कलां का मतलब

‘चिल्लई’ शब्द फारसी से लिया गया है, जिसका अर्थ 40 होता है, और ‘कलां’ का मतलब बड़ा या प्रमुख.

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जम जाती हैं झीले

इस दौरान तापमान अक्सर शून्य से नीचे चला जाता है, झीलें जम जाती हैं और बर्फबारी आम हो जाती है.

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कैसे रखते हैं खुद को गर्म?

इस दौरान कश्मीरी लोग ‘कांगड़ी’ (अंगारा रखने का पारंपरिक बर्तन), गर्म कपड़े और खास खान-पान का सहारा लेते हैं.

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