विष्णु पुराण के अनुसार, भगवान शिव एक बालक के रूप में प्रकट हुए थे. जब ब्रह्मा जी ने तपस्या की, तो उनकी गोद में एक रोता हुआ बालक आया. ब्रह्मा जी ने रोने का कारण पूछा, तो बालक ने कहा कि उसका कोई नाम नहीं है, इसलिए वह रो रहा है. यही बालक आगे चलकर महादेव के रूप में प्रसिद्ध हुए.