पुलिस स्टेशन के बाहर नारेबाजी और हंगामा, देहरादून में पैगम्बर मोहम्मद के खिलाफ स्टेटस लगाने पर बवाल
Dehradun Violence: देहरादून जिले में सोमवार शाम को एक व्यक्ति ने इंटरनेट मीडिया पर पैगम्बर मोहम्मद पर अभद्र टिप्पणी की थी. इसके बाद भारी संख्या में लोग पुलिस स्टेशन पहुंचे और नारेबाजी करने लगे. पुलिस ने बताया कि आरोपी की टिप्पणी ने सांप्रदायिक सौहार्द को भंग करने का प्रयास किया था.

Dehradun Violence: उत्तराखंड के देहरादून जिले में विवाद देखने को मिल रहा है. सोमवार (29 सितंबर) की रात को पटेल थाना क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर नजर आए. इस दौरान लोगों ने नारेबाजी की और सड़क को जाम कर दिया. यह सब एक सोशल मीडिया पोस्ट की वजह से हो रहा है.
पुलिस के मुताबिक, सोमवार शाम को एक व्यक्ति ने इंटरनेट मीडिया पर पैगम्बर मोहम्मद पर अभद्र टिप्पणी की थी. धीरे-धीरे प्रदर्शनकारियों की संख्या बढ़ने लगी, और उन्होंने सड़क जाम कर उपद्रव मचाने का प्रयास किया.
मामले को शांत कराने की कोशिश
पोस्ट की शिकायत को लेकर लोग पुलिस स्टेशन पहुंचे. पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अभद्र टिप्पणी करने वाले को गिरफ्तार कर लिया और चौकी में बैठा दिया. कुछ देर बाद विशेष समुदाय के लोग चौकी के बाहर एकत्र हुए और नारेबाजी करने लगे. पुलिस ने बताया कि आरोपी की टिप्पणी ने सांप्रदायिक सौहार्द को भंग करने का प्रयास किया था. पुलिस ने उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी.
पुलिस ने विवाद को शांत करने के लिए प्रदर्शनकारियों को खूब समझाया. लेकिन वे नहीं माने और उपद्रव करने लगे. आखिर में स्थिति बिगड़ने पर पुलिस ने लाठीचार्ज करके भीड़ को भगाया. अधिकारियों ने नागरिकों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है.
धार्मिक हिंसा भड़काने की कोशिश
इससे पहले भी आई लव मोहम्मद का जुलूस निकाला गया था. इसके लिए पुलिस प्रशासन से अनुमति नहीं ली गई थी. पुलिस वालों ने नारेबाजी और इस जुलूस को रोकास तब भी विरोध जताया गया था. ऐसा कहा जा रहा है कि इन सब का एक ही मकसद था, धार्मिक सौहार्द को बिगाड़ना.
कहां से शुरू पोस्ट विवाद?
आई लव मोहम्मद नारा और सोशल मीडिया पर स्टेटस लगाने का विवाद यूपी के कानपुर से शुरू हुआ. वहां सार्वजनिक तौर पर पोस्ट लगाए गए थे, जिसके बाद हिंदू और मुस्लिम समुदाय में संघर्ष शुरू हो गया. आई लव मोहम्मद का जवाब देने के लिए साधु-संतों ने I Love Mahadev पोस्टर लगाए. इसके बाद से कई जगहों पर पोस्ट वॉर देखने को मिल रहा है. नवरात्रि के दिनों में यह सब और बढ़ गया है, जिससे हिंसा भड़काने की साजिश बताया जा रहा है.