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कैसे यूपी कैबिनेट मंत्री के बेटे का नंबर चुराकर तैयार हुआ साइबर क्राइम नेटवर्क? 50 हजार से ज्यादा खोले गए फर्जी बैंक अकाउंट

उत्तर प्रदेश के मत्स्य मंत्री डॉ. संजय निषाद के बेटे डॉ. अमित कुमार निषाद साइबर ठगों का शिकार हो गए. ठगों ने उनके मोबाइल नंबर का दुरुपयोग कर दिल्ली के बैंक ऑफ बड़ौदा में फर्जी खाता खोल लिया और उसी नंबर से UPI एक्टिव कर दी। महीनों से डॉ. अमित को भेजी जा रही सारी राशि ठग समरीन अली के खाते में जा रही थी. 50 हजार रुपये की एक ट्रांजेक्शन से पूरा फ्रॉड खुला, गोरखपुर के शाहपुर थाने में मुकदमा दर्ज, साइबर सेल की तफ्तीश कर रही है.

कैसे यूपी कैबिनेट मंत्री के बेटे का नंबर चुराकर तैयार हुआ साइबर क्राइम नेटवर्क? 50 हजार से ज्यादा खोले गए फर्जी बैंक अकाउंट
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( Image Source:  Create By AI Sora )
रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Published on: 30 Nov 2025 1:31 PM

उत्तर प्रदेश सरकार में मत्स्य विभाग के कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद के बेटे डॉ. अमित कुमार निषाद के साथ एक बड़ी साइबर ठगी हो गई. ठगों ने बहुत चालाकी से उनका मोबाइल नंबर चुराया और उसी नंबर से अपना फर्जी बैंक खाता खोल लिया. इतना ही नहीं, उस खाते पर यूपीआई (UPI) भी एक्टिव कर दिया. अब जो भी पैसा डॉ. अमित के नंबर पर यूपीआई से भेजा जाता, वह सीधा ठग के खाते में चला जाता. डॉ. अमित को कई महीनों तक इसका पता ही नहीं चला.

ठग ने डॉ. अमित का असली मोबाइल नंबर ले लिया (शायद सिम क्लोन करके या किसी और तरीके से). दिल्ली के मंडावली इलाके में बैंक ऑफ बड़ौदा की ब्रांच में फर्जी कागजातों से नया बैंक खाता खुलवाया. उस खाते को डॉ. अमित के ही मोबाइल नंबर से लिंक कर दिया. यूपीआई आईडी भी उसी नंबर से बना ली, यानी बाहर से देखने में लगता था कि पैसा डॉ. अमित को ही जा रहा है, लेकिन असल में ठग के खाते में पहुंचरहा था.

कब पता चला?

डॉ. अमित का नंबर कई सरकारी कामों, संगठनों और अनुदान (ग्रांट) से जुड़ा हुआ है, इसलिए उस पर अक्सर पैसे आते रहते हैं. पिछले कई महीनों से कोई भी पैसा उनके अपने खाते में नहीं पहुंच रहा था, लेकिन वे व्यस्त होने की वजह से ध्यान नहीं दे पाए. फिर पिछले हफ्ते उनके एक जानने वाले ने उनके यूपीआई पर 50 हजार रुपये भेजे. जब डॉ. अमित को मैसेज नहीं आया तो उन्होंने पूछा. पता चला कि पैसे तो भेजे गए, लेकिन उनके पास नहीं आए. फिर उन्होंने बैंक स्टेटमेंट निकलवाई तब जाकर पूरा फर्जीवाड़ा सामने आया. उन्हें पता चला कि दिल्ली में समरीन अली नाम के व्यक्ति के खाते में उनका सारा पैसा जा रहा है.

पुलिस ने क्या किया?

डॉ. अमित गोरखपुर के जंगल सालिकराम के रहने वाले हैं. उन्होंने शाहपुर थाने में लिखित शिकायत दी. पुलिस ने तुरंत समरीन अली के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया. केस की जांच इंस्पेक्टर अवधेश तिवारी कर रहे हैं. साइबर सेल की टीम भी मदद कर रही है पुलिस ने ठग के बैंक खाते की पूरी डिटेल निकाल ली है और अब उसकी तलाश तेज कर दी है. पुलिस अधिकारी सर्किल ऑफिसर (सीओ) गोरखनाथ रवि सिंह ने कहा, 'डॉ. अमित की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया गया है. साइबर सेल की मदद से जांच चल रही है. बहुत जल्द ठग का पता लगा लिया जाएगा और सारे सबूत जुटाकर सख्त कार्रवाई की जाएगी.'

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