'बंटेंगे तो कटेंगे' से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की दूरी, कहा- हमारा नारा 'सबका साथ सबका विकास'
सीएम योगी का नारा 'बंटेंगे तो कटेंगे' इस समय यूपी के उपचुनाव और अन्य राज्यों के चुनावी अभियानों में सबसे ज्यादा चर्चा में रहा है. इसे हिंदू मतदाताओं को एकजुट करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है. बीजेपी भी इस नारे को लेकर आगे बढ़ रही है. हालांकि, केशव मौर्य ने इससे दूरी बनाते हुए सिर्फ पीएम मोदी के नारे का समर्थन किया है.

उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सीएम योगी आदित्यनाथ के बयान 'बंटेंगे तो कटेंगे' से खुद को अलग कर लिया है. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उनका नारा 'एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे' है. एक न्यूज़ चैनल से बातचीत करते हुए मौर्य ने सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नारे का समर्थन किया. माना जा रहा है कि मौर्य का यह रुख, योगी और उनके बीच चल रहे राजनीतिक मतभेदों को और गहरा सकता है.
सीएम योगी का नारा 'बंटेंगे तो कटेंगे' इस समय यूपी के उपचुनाव और अन्य राज्यों के चुनावी अभियानों में सबसे ज्यादा चर्चा में रहा है. इसे हिंदू मतदाताओं को एकजुट करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है. बीजेपी भी इस नारे को लेकर आगे बढ़ रही है. हालांकि, केशव मौर्य ने इससे दूरी बनाते हुए सिर्फ पीएम मोदी के नारे का समर्थन किया है.
पीएम का नारा ही हमारा
डिप्टी सीएम मौर्य ने अपने बयान में कहा कि मैं नहीं जानता कि सीएम ने किस संदर्भ में यह नारा दिया था. उन्होंने सोच-समझकर ही कुछ कहा होगा, लेकिन इस पर टिप्पणी करना मेरा काम नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री का नारा 'सबका साथ, सबका विकास' और 'एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे' यही नारा हमारा रहने वाला है.
सीएम योगी से रिश्ते हैं तल्ख़
बता दें, दोनों नेताओं के बीच तनाव की शुरुआत लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से मानी जाती है. केशव मौर्य ने तब कहा था कि सरकार से बड़ा संगठन होता है. इस बयान को योगी पर बिना नाम लिए हमला माना गया. इसके बाद मौर्य ने कई महत्वपूर्ण बैठकों से दूरी बनाई और दिल्ली में सक्रियता बढ़ाई, जिससे अटकलें लगाई गईं कि यूपी की राजनीति में बड़ा बदलाव हो सकता है. हालांकि, पार्टी हाईकमान ने मौर्य को फटकार लगाते हुए उन्हें योगी के साथ मिलकर काम करने का निर्देश दिया.
अब महीनों तक शांत रहने के बाद, केशव प्रसाद मौर्य ने फिर से अपने तीखे तेवर दिखाए हैं. उन्होंने सीएम योगी के बयान से दूरी बनाकर राजनीतिक माहौल गरमा दिया है. अब बीजेपी के अंदर इस पर क्या प्रतिक्रिया होती है और हाईकमान इस मामले को किस तरह संभालता है.