कानपुर में बड़ा रेल हादसा टला, जनसाधारण एक्सप्रेस की 2 बोगियां पटरी से उतरीं; यात्रियों ने कूदकर बचाई जान
यह घटना दिल्ली–हावड़ा मुख्य रेलमार्ग पर हुई, जहां ट्रेन तेज रफ्तार से आगे बढ़ रही थी. हादसे के बाद रेलवे ट्रैक पर अफरा-तफरी मच गई और इस व्यस्त रूट का रेल यातायात प्रभावित हो गया. यात्री चलती ट्रेन से कूदने लगे.
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में एक बड़ा रेल हादसा होने से बाल-बाल बच गया. मुजफ्फरपुर से अहमदाबाद जा रही जनसाधारण एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 15269) जैसे ही भाऊपुर रेलवे स्टेशन के पास पहुंची, उसके दो डिब्बे अचानक पटरी से उतर गए.
यह घटना दिल्ली–हावड़ा मुख्य रेलमार्ग पर हुई, जहां ट्रेन तेज रफ्तार से आगे बढ़ रही थी. हादसे के बाद रेलवे ट्रैक पर अफरा-तफरी मच गई और इस व्यस्त रूट का रेल यातायात प्रभावित हो गया. यात्री चलती ट्रेन से कूदने लगे.
मौके पर पहुंचे अफसर
हादसे की खबर मिलते ही रेलवे के डीआरएम (डिविजनल रेलवे मैनेजर), जीआरपी, आरपीएफ और दूसरे वरिष्ठ अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे. राहत कार्य शुरू किया गया और फॉरेंसिक व तकनीकी टीमें भी जांच में जुट गईं.
बड़ी राहत: कोई घायल नहीं
अच्छी बात ये रही कि इस हादसे में कोई भी यात्री घायल नहीं हुआ. ट्रेन की स्पीड उस वक्त सामान्य थी, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया. अगर ट्रेन तेज रफ्तार में होती, तो नुकसान गंभीर हो सकता था.
क्या था हादसे की वजह?
शुरुआती जांच में पता चला है कि पटरियों पर रखी कोई संदिग्ध वस्तु ट्रेन के इंजन से टकरा गई, जिससे डिब्बों का संतुलन बिगड़ गया और वे पटरी से उतर गए. जांच टीमों ने इंजन के काउ गार्ड (जो आगे की सुरक्षा करता है) पर गहरे निशान पाए हैं, जिससे टक्कर की पुष्टि होती है.
रेलवे की बड़ी कार्रवाई
रेलवे ने इस घटना को बहुत गंभीरता से लिया है. हादसे के तकनीकी और सुरक्षा कारणों की जांच के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है. फिलहाल कई ट्रेनों को रद्द किया गया है, कुछ का रूट डायवर्ट कर दिया गया है. यात्रियों को उनके गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए रेलवे ने वैकल्पिक व्यवस्था भी की है.
इस हादसे में भले ही कोई जान नहीं गई, लेकिन इसने एक बार फिर रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था और ट्रैक मैनेजमेंट पर सवाल खड़े कर दिए हैं. रेल यात्री अब ये जानना चाहते हैं क्या सफर वाकई सुरक्षित है? जवाब रेलवे को देना होगा.





