मुझे कोई पछतावा नहीं, मैंने नहीं मारा... निक्की के हत्यारे पति का एनकाउंटर, पैर में लगी गोली, क्या-क्या बोला विपिन?
ग्रेटर नोएडा में निक्की हत्याकांड का मुख्य आरोपी पति विपिन पुलिस एनकाउंटर में घायल हुआ. विपिन ने अपनी पत्नी को जिंदा जलाकर हत्या की थी और दहेज की मांग को लेकर कई बार प्रताड़ित किया था. पुलिस ने सिरसा के पास उसे गिरफ्तार किया, जबकि उसके जेठ और सास-ससुर भी मुख्य आरोपी हैं. परिजनों ने न्याय और कड़ी सजा की मांग की.

उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में हुए निक्की हत्याकांड में मुख्य आरोपी विपिन को पुलिस ने एनकाउंटर में घायल किया. पुलिस के अनुसार आरोपी हिरासत से भागने की कोशिश कर रहा था, जिसके बाद सिरसा के पास उसे पकड़ने के लिए कार्रवाई की गई. एनकाउंटर में विपिन के पैर में गोली लगी और इसके बाद उसे दोबारा से गिरफ्तार कर लिया गया.
एनकाउंटर सिरसा चौराहे के पास हुआ, जब पुलिस विपिन को हत्या में इस्तेमाल कैमिकल की रिकवरी के लिए मौके पर ले जा रही थी. इसी दौरान विपिन ने सुरक्षाकर्मियों की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की, तभी कासना थाना के SHO ने एनकाउंटर कर उसे घायल किया. विपिन ने पुलिस से कहा कि उसे कोई पछतावा नहीं है और दावा किया कि “मैंने निक्की को नहीं मारा, वह अपने आप मरी है.”
पत्नी को जिंदा जलाकर की हत्या
विपिन ने 21 अगस्त को अपनी पत्नी निक्की को अपनी मां के साथ मिलकर जिंदा जलाकर मार डाला. इस घटना के बाद निक्की की बहन कंचन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और परिजनों ने कासना थाना के सामने धरना देकर न्याय की मांग की. पुलिस ने इस मामले में विपिन के अलावा उसके जेठ और सास-ससुर को भी मुख्य आरोपी बनाया. घटना के दौरान विपिन ने अपनी मासूम बेटे की आंखों के सामने निक्की को आग लगाई.
परिवार का दर्द और फांसी की मांग
निक्की के पिता ने मीडिया से कहा कि जब वे अस्पताल पहुंचे, तो उनकी बेटी 70 प्रतिशत जल चुकी थी. उन्होंने बताया कि उन्हें तुरंत सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन वहां निक्की को मृत घोषित कर दिया गया. पिता ने कहा कि इस क्रूरता को अंजाम देने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी सजा, अर्थात फांसी, होनी चाहिए.
ससुराल वालों की दहेज की मांग
मृतका के पिता ने आगे बताया कि सास ने निक्की पर केरोसिन डालकर आग लगाई और पति विपिन ने हत्या की. उनका कहना था कि परिवार लगातार दहेज में कार और अन्य मांगों को पूरा करने के लिए दबाव डाल रहा था. उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी बेटी की शादी रीति-रिवाज के अनुसार की थी, लेकिन ससुराल वालों ने उसे प्रताड़ित किया और उसकी जिंदगी को खत्म कर दिया.
सामाजिक दबाव और न्याय की उम्मीद
निक्की के पिता ने बताया कि पहले भी घरेलू हिंसा की वजह से बेटी को घर ले आए थे, लेकिन सामाजिक दबाव के कारण उसे वापस भेज दिया गया. अब उनका परिवार न्याय की उम्मीद करता है और चाहता है कि आरोपी को उसके कृत्य की सजा मिले. इस मामले ने न केवल परिवार को हिला दिया है, बल्कि पूरे समाज में घरेलू हिंसा और दहेज प्रथा के खिलाफ जागरूकता की जरूरत को भी उजागर किया है.