यूपी: दूषित जल ने छीना मासूम का जीवन, जिस जिस ने हैंडपंप का पानी पीया उसे पकड़नी पड़ी अस्पताल की खाट
यूपी के कौशांबी जिले में गंदगी और दूषित पानी ने लोगों के बीच डर पैदा कर दिया है। घूरी गांव के हैंडपंप से जो पानी निकल रहा है वो इतना दूषित है कि इसके पीने के बाद लोग बीमार हो रहे हैं। स्थिति इतनी बिगड़ रही है कि लोगों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ रहा है।

यूपी के कौशांबी जिले में गंदगी और दूषित पानी ने लोगों के बीच डर पैदा कर दिया है। घूरी गांव के हैंडपंप से जो पानी निकल रहा है वो इतना दूषित है कि इसके पीने के बाद लोगबीमार हो रहे हैं। स्थिति इतनी बिगड़ रही है कि लोगों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ रहा है।
5 साल के मासूम की हुई मौत
घूरी गांव के हैंडपंप से निकलने वाला पानी काफी जहरीला हो चुका है। इसका पानी पीने से स्व. जय सिंह के पांच वर्षीय बेटे आर्यन की दर्दनाक मौत हो गई। इसके अलावा आधा दर्जन से अधिक लोग इस जलजनित बीमारी की चपेट में आ गए हैं। इनमें कइयों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सराय अकील में इलाज चल रहा है।
जिसने पीया पानी वो हुआ बीमार
नेवादा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी मुक्तेश द्विवेदी ने बताया कि पांच साल के बच्चे आर्यन की मौत उल्टी और दस्त के कारण एम्बुलेंस में ही हो गई थी, मासूम अस्पताल भी नहीं पहुंच पाया था। डॉक्टर मान रहे हैं कि यह सब प्रदूषित पानी की वजह से हो रहा है, जो गांव के एक हैंडपंप से निकल रहा है।
ग्रामीणों में भय का माहौल
ग्रामीणों ने कहा कि जो भी इस हैंडपंप का पानी पी रहा है उसकी तबियत ख़राब हो गई है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में दवाओं का छिड़काव शुरू कर दिया गया है। साथ ही पानी की सैंपलिंग कर जांच के लिए भेज दिया है। इसके साथ ही ग्रामीणों के बीच दवाइयों का वितरण किया जा रहा है।
इन जिलों में भी पेयजल की स्थिति है ख़राब
सिर्फ कौशाम्बी ही नहीं यूपी के बागपत, ग़ाज़ियाबाद, मेरठ जिले में भी हैंडपंप से निकलने वाली पानी की स्थिति बहुत ख़राब है। बागपत के एक गांव में पानी की वजह से अधिकतर लोग बीमार हो चुके हैं। स्थिति ये हो गई है कि उस गांव में लोग रिश्ता करने नहीं आते हैं। साथ ही मेरठ से गुजर रही काली नदी से सटे गांव में ख़राब पानी की वजह से 10 में से चार लोगों को कैंसर हो चुका है।