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बीजेपी vs बीजेपी: बहराइच हिंसा मामले में विधायक ने की एफआईआर, अपने ही नेता पर लगाए ये आरोप

जब विधायक और डीएम शव को मोर्चरी में रखवाकर आगे बढ़े वैसे ही तभी भीड़ ने कार को रोकने की कोशिश की. लोग जान से मारने की नीयत से पत्थर चलाने लगे. इस दौरान भीड़ से फायरिंग भी की गई, जिसमें विधायक की कार का शीशा भी टूट गया. इस घटना में विधायक के बेटे अखंड प्रताप सिंह बाल-बाल बच गए.

बीजेपी vs बीजेपी: बहराइच हिंसा मामले में विधायक ने की एफआईआर, अपने ही नेता पर लगाए ये आरोप
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नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Updated on: 21 Oct 2024 8:16 PM IST

बहराइच हिंसा मामले में अब बीजेपी के महसी विधायक सुरेश्वर सिंह ने अपने ही नेता पर एफआईआर दर्ज कराई है. इस मामले में बीजेपी नगर अध्यक्ष समेत सात नामजद व अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है.

विधायक ने 13 अक्टूबर को रामगोपाल के शव को अस्पताल चौराहा पर रखकर प्रदर्शन कर रही भीड़ को समझाने के दौरान उनके काफिले पर पत्थरबाजी और फायरिंग का आरोप लगाया है. इस मामले को लेकर नगर कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कराया है.

विधायक ने क्या लगाया आरोप?

FIR के अनुसार, 13 अक्टूबर को महाराजगंज में हुई हिंसा में मृतक रामगोपाल के शव को बहराइच मेडिकल कॉलेज के बाहर रखकर भीड़ प्रदर्शन कर रही थी. इसी दौरान वह अपने बॉडीगार्ड और अपने सहयोगियों के साथ लोगों को समझाने पहुंचे. उनसे मिलने के बाद वह डीएम से मिलने सीएमओ कार्यालय पहुंचे, जहां सीएमओ और सिटी मजिस्ट्रेट मौजूद थे। जब सभी को लेकर दोबारा से मृतक के परिजनों व ग्रामीणों के पास पहुंचे और शव को मोर्चरी ले जाने लगे। तभी कुछ उपद्रवी नारेबाजी कर गाली-गलौज करने लगे. इनमें अर्पित श्रीवास्तव, अनुज सिंह रैकवार, शुभम मिश्रा, कुशमेंद्र चौधरी, मनीष चंद्र शुक्ल, पुंडरीक पांडेय अध्यापक, सुधांशु सिंह राणा व अज्ञात भीड़ शामिल थे.

भीड़ ने गाड़ी रोककर किया हमला

जब वह और डीएम शव को मोर्चरी में रखवाकर आगे बढ़े वैसे ही तभी भीड़ ने कार को रोकने की कोशिश की. लोग जान से मारने की नीयत से पत्थर चलाने लगे. इस दौरान भीड़ से फायरिंग भी की गई, जिसमें विधायक की कार का शीशा भी टूट गया. इस घटना में विधायक के बेटे अखंड प्रताप सिंह बाल-बाल बच गए. CCTV फुटेज से घटना की पुष्टि हो गई है.

किस धारा में केस हुआ दर्ज?

बीजेपी के जिला अध्यक्ष ने इस घटना में बीजेपी नगर अध्यक्ष के होने की पुष्टि की है. पुलिस ने आरोपियों पर दंगा करने, घातक हथियार से हमला करने, हत्या का प्रयास, व्यक्तिगत सुरक्षा खतरे में डालने, मारपीट सहित अन्य धारा में केस दर्ज किया है.

सीओ महसी और एएसपी ग्रामीण को हटाया गया

बहराइच हिंसा मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कार्रवाई करते हुए SSP ग्रामीण पवित्र मोहन त्रिपाठी को पद से हटा दिया है. उनकी जगह डीजीपी मुख्यालय में तैनात एएसपी दुर्गा प्रसाद तिवारी को बहराइच भेजा गया है. इससे पहले सीओ महसी को भी हटाया गया था.

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