UP: मुस्लिम परिवार ने बेटी की शादी में छपवा दिया सनातनी कार्ड, सोशल मीडिया में जमकर हुआ वायरल
सोशल मीडिया पर कुछ भी वायरल हो जाता है. इन दिनों इंटरनेट पर एक शादी का कार्ड सबका ध्यान खींच रहा है. वायरल हो रही तस्वीर में देखा जा सकता है कि कैसे एक कार्ड लोगों को भाईचारे का संदेश दे सकता है. एक मुस्लिम परिवार ने अपनी बेटी की शादी के लिए ऐसा कार्ड छपवाया है, जो न सिर्फ अनोखा है बल्कि धार्मिक सद्भाव का संदेश भी देता है. आइए पढ़ते हैं पूरी खबर के बारे में विस्तार से.

आए दिन सोशल मीडिया पर कुछ नया वायरल होता रहता है. त्योहारी मौसम के बाद अब शादियों का सीजन आ गया है, और साथ ही कई अनोखी और चौंकाने वाली खबरें भी सामने आ रही हैं. हाल ही में उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के एक छोटे से गांव से ऐसी ही एक खबर सामने आई है, जिसने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है. इस गांव में एक मुस्लिम परिवार ने अपनी बेटी की शादी के लिए ऐसा कार्ड छपवाया है, जो न सिर्फ अनोखा है बल्कि धार्मिक सद्भाव का संदेश भी देता है.
कार्ड की ख़ासियत यह है कि इसमें हिंदू धार्मिक प्रतीक भगवान गणेश और श्रीकृष्ण की तस्वीरें हैं. इसे देखकर सभी हैरान रह गए और इस कार्ड ने सबका ध्यान खींच लिया. सोशल मीडिया पर यह शादी का कार्ड तेजी से वायरल हो रहा है और लोग इस कदम की जमकर सराहना कर रहे हैं.
मुस्लिम परिवार ने क्यों अपनाई हिंदू रीति-रिवाज की शैली?
अमेठी जिले के तिलोई तहसील क्षेत्र के पूरे अल्लादीन गांव के निवासी शब्बीर उर्फ टाइगर का परिवार इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. शब्बीर ने अपनी बेटी सायमा बानो के निकाह के लिए एक ऐसा कार्ड छपवाया, जो हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार तैयार किया गया है. शादी के कार्ड पर भगवान गणेश और श्रीकृष्ण की तस्वीरें हैं, जो इसे एक विशेष पहचान दे रही हैं और इसे सोशल मीडिया पर वायरल बना रही हैं.
हालांकि, इस कार्ड पर दूल्हा-दुल्हन के नाम और रिश्तेदार मुस्लिम हैं, लेकिन देवी-देवताओं की तस्वीरें इस निमंत्रण को एक अलग पहचान दे रही हैं. कार्ड पर 8 नवंबर की शादी का पता भी दिया गया है, और यह कार्ड देखकर गांववालों ने भी इस परिवार की दिल से सराहना की है.
हिंदू-मुस्लिम एकता का संदेश
शब्बीर का कहना है कि उन्होंने यह कार्ड इसलिए छपवाया ताकि वे अपने हिंदू भाइयों को भी अपनी बेटी की शादी में बुला सकें और एकता का संदेश दे सकें. लोकल18 की रिपोर्ट के अनुसार, शब्बीर ने कहा कि उनकी बेटी सायमा बानो का निकाह रायबरेली के महाराजगंज क्षेत्र के सेनपुर गांव के निवासी इरफान से तय हुआ है.
उन्होंने इस कार्ड के माध्यम से यह दिखाने की कोशिश की है कि धर्म से पहले इंसानियत का महत्व है और हम सभी एक हैं. उन्होंने समाज को यह संदेश दिया है कि हिंदू-मुस्लिम एकता को कायम रखने के लिए ऐसे कदम उठाने चाहिए जो समाज में प्रेम और भाईचारे को बढ़ावा दें.