हाय रे बेरोजगारी! एग्जाम में पास होने के लिए चीटिंग का अनोखा प्लान, छात्र ने प्राइवेट पार्ट में छिपाई स्मार्ट वॉच और...
Rajasthan 4th Grade Exam: राजस्थान में 4 ग्रेड परीक्षा में पास होने के लिए प्राइवेट में स्मार्ट वॉच छिपाकर पहुंचा. वह प्राइवेट पार्ट में स्मार्ट वॉच छिपाकर ले गया था. परीक्षा जैसे ही शुरू हुई उसने वॉच से फोटो खींची. फिर टीचर को उस पर शक हुआ, चेकिंग की तो स्मार्ट वॉच के बारे में पता चला.

Rajasthan 4th Grade Exam: राजस्थान में 4 ग्रेड एग्जाम के दौरान चीटिंग का हैरान करने वाला मामला सामने आया है. एक छात्र ने कुछ ऐसा किया, जिसे सुनकर आप हैरान हो जाएंगे. दरअसल पुलिस ने एक इंजीनियर को गिरफ्तार किया है. आरोपी प्राइवेट पार्ट में वॉच छिपाकर परीक्षा सेंटर पर पहुंचा था.
परीक्षा हॉल में जाने से पहले सभी छात्रों की चेकिंग हो रही थी, तभी उसके पास से वॉच मिली. पुलिस ने तुरंत स्मार्ट वॉच को जब्त किया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. दो दिनों तक वह पुलिस कस्टडी में रहा. इस घटना ने स्टाफ की लापरवाही पर भी सवाल उठाए हैं.
प्राइवेट पार्ट में छिपाई वॉच
इस मामले को लेकर एडिशनल डीसीपी पूनम चंद विश्नोई ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान 28 साल के रवि झाझरिया के रूप में हुई है, जो कि सीकर के खंडेला का रहने वाला है. वह मुरलीपुरा में अपने परिवार के साथ रहता है और उसके पास बी-टेक (इंजीनियरिंग) की डिग्री है. रवि ने राजस्थान फोर्थ ग्रेड परीक्षा में भाग लिया था. उसका एग्जान सेंटर अशोक नगर के महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय, महावीर मार्ग, सी-स्कीम में था.
पुलिस ने बताया कि वह प्राइवेट पार्ट में स्मार्ट वॉच छिपाकर ले गया था. परीक्षा जैसे ही शुरू हुई उसने वॉच से फोटो खींची. फिर टीचर को उस पर शक हुआ, चेकिंग की तो स्मार्ट वॉच के बारे में पता चला. पुलिस ने कहा कि आरोपी ने एक भी प्रश्न का उत्तर नहीं लिखा था, उससे पहले ही पकड़ लिया गया था.
छात्र ने बताई चीटिंग की वजह
पुलिस की पूछताछ में आरोपी रवि ने बताया कि उसके पिता रामावतार पानी सप्लाई का काम करते हैं. इंजीनियरिंग की डिग्री होने के बाद भी उसे कहीं नौकरी नहीं मिली. बेरोजगारी की वजह से वह अपने रिश्तेदार की जूते की दुकान पर 10-12 हजार रुपये महीने के कमाता है. रवि ने कहा कि नौकरी नहीं मिलने के कारण उसकी शादी भी नहीं हो पा रही थी. इसलिए वह वो नौकरी चाहता था.
एग्जाम पास करने के लिए और कोई रास्ता नहीं था. इसलिए मैंने यह तरीका अपनाया. यह घटना बताती है कि हमारे देश में बेरोजगारी चरम पर है. डिग्री होने के बाद भी युवा दर-दर नौकरी के लिए भटक रहे हैं.