राजस्थान के किसानों को मिलेगी अब नई पहचान, इस दिन शुरू होगा फार्मर रजिस्ट्री अभियान
राजस्थान सरकार किसानों के लिए डिजिटल पहचान स्थापित करने के उद्देश्य से 'फार्मर रजिस्ट्री अभियान' शुरू कर रही है, जो 5 फरवरी से 31 मार्च 2025 तक चलेगा. इस अभियान के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर शिविर आयोजित किए जाएंगे, जहां किसानों को 11 अंकों की यूनिक फार्मर आईडी (Farmer ID) प्रदान की जाएगी.

Rajasthan Unique Farmer ID: राजस्थान सरकार किसानों के लिए डिजिटल पहचान स्थापित करने के उद्देश्य से 'फार्मर रजिस्ट्री अभियान' शुरू कर रही है, जो 5 फरवरी से 31 मार्च 2025 तक चलेगा. इस अभियान के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर शिविर आयोजित किए जाएंगे, जहां किसानों को 11 अंकों की यूनिक फार्मर आईडी (Farmer ID) प्रदान की जाएगी.
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और कृषि विभाग की अन्य योजनाओं का सीधा लाभ मिलेगा. डिजिटल पहचान किसानों की सभी कृषि संबंधित गतिविधियों का एक केंद्रीकृत डेटाबेस तैयार होगा. आसान आवेदन प्रक्रिया – विभिन्न कृषि अनुदान, सब्सिडी और अन्य लाभों के लिए आवेदन करने में सरलता होगी.
राजस्थान सरकार फार्मर रजिस्ट्री अभियान के तहत प्रदेश के किसानों की जानकारी को एग्रीस्टैक प्रणाली के तहत डिजिटल रूप से एकत्रित करेगी. इस प्रक्रिया के तहत किसानों को 11 अंकों की पहचान (फार्मर आईडी) मिलेगी, जो उनके कृषि संबंधित सभी विवरणों को आधार से जोड़ने के लिए इस्तेमाल की जाएगी.
फार्मर आईडी के प्रमुख फायदे-
किसान की पूरी जानकारी इसमें किसान के जमीन के रिकॉर्ड, फसलों और जनसांख्यिकीय विवरण को शामिल किया जाएगा.
आधार से लिंक यह आईडी आधार से जुड़ी होगी, जिससे किसानों के लिए योजनाओं का लाभ प्राप्त करना आसान होगा.
भविष्य में योजना लाभ, पीएम किसान निधि, कृषि विभाग की योजनाओं जैसे लाभ लेने के लिए फार्मर आईडी की जरूरत होगी.
फार्मर रजिस्ट्री के उद्देश्य-
1. आधार लिंक्ड रजिस्ट्री से योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन और लाभार्थियों का सत्यापन.
2. कृषि योजनाओं का सुगम और पारदर्शी लाभ – समयबद्ध तरीके से किसानों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाना.
3. किसान पहचान एवं प्रमाणीकरण में सरलता प्रदान करना.
4. कृषि ऋण, वित्त, आदान और अन्य सेवाओं की सुगमता से उपलब्धता.
5. अच्छी सेवा के लिए योजना अभिसरण और डेटा तक बेहतर पहुंच.